Budget 2024: वित्त मंत्री ने उड़ान स्कीम के पंख कतर दिए, बजट से हाथ लगी निराशा, मिनिस्ट्री को मिलेगी कम रकम
Interim Budget 2024: वित्त मंत्री ने उड़ान स्कीम को सिर्फ 502 करोड़ रुपये दिए हैं. पिछले बजट में रीजनल कनेक्टिविटी की इसी स्कीम को 850 करोड़ रुपये दिए गए थे.
Interim Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश कर दिया है. चुनाव से पहले आए इस सीमित बजट ने कई सेक्टर को बिलकुल निराश कर दिया. इन्हीं में से एक एविएशन सेक्टर भी है. सिविल एविएशन मिनिस्ट्री को बजट से वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2300 करोड़ रुपये मिले हैं. इसमें से 1158.79 करोड़ रुपये एयर इंडिया एसेट होल्डिंग लिमिटेड की लोन सर्विसिंग के लिए दिए गए हैं. उड़ान स्कीम का बजट भी काफी कम कर दिया गया है. उसे सिर्फ 502 करोड़ रुपये मिले हैं. वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इसी स्कीम को 850 करोड़ रुपये दिए गए थे. इससे रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए शुरू की गई इस स्कीम को बड़ा झटका लगा है.
उड़ान स्कीम को सिर्फ 502 करोड़ रुपये मिले
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1000 करोड़ रुपये मंत्रालय को छोटे एयरपोर्ट, हेलिपैड, वाटर एरोड्रोम्स और एडवांस लैंडिंग ग्राउंड को विकसित करने के लिए दिए गए हैं. यह पैसा मार्च, 2026 तक के लिए दिया गया है. हालांकि, उड़ान स्कीम को लेकर वित्त मंत्री ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है. इसे उम्मीद से काफी कम सिर्फ 502 करोड़ रुपये दिए गए हैं. यह पैसा 22 एयरपोर्ट को सुधारने और 124 एयर रूट को शुरू करने पर खर्च किया जाएगा. साथ ही नॉर्थ ईस्ट में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने पर खर्च किया जाएगा. उड़ान स्कीम को 1,244 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान जताया गया था.
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री का बजट भी घटाया
बजट से सिविल एविएशन मिनिस्ट्री को निराशा ही हाथ लगी है. उसे वित्त वर्ष 23-24 में 2922.12 करोड़ रुपये दिए गए थे. मगर, इस बार सिर्फ 2300 करोड़ रुपये दिए गए हैं. अनुमान लगाया गया था कि बजट से मंत्रालय को 3113.36 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. स्पेशल परपज वेहिकल के तौर पर बनाए गए एयर इंडिया एसेट होल्डिंग लिमिटेड (AIAHL) को 1158.79 करोड़ रुपये एयर इंडिया की फाइनेंशियल रीस्ट्रक्टरिंग के लिए दिए गए हैं.
50 नए एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट, वाटर एरोड्रम और एडवांस लैंडिंग ग्राउंड बनेंगे
बजट में 50 नए एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट, वाटर एरोड्रम और एडवांस लैंडिंग ग्राउंड को उड़ान स्कीम के तहत विकसित करने की बात कही गई है. इनमें से 33 उड़ान के तीसरे चरण में पहचाने गए हैं. जुलाई में 410 करोड़ रुपये 15 एरोड्रोम, हेलीपोर्ट और वाटर एरोड्रोम के लिए दिए गए थे. दिसंबर, 2023 तक रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के अंतर्गत 75 एयरपोर्ट और 517 रूट ऑपरेशनल किए गए हैं.
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