नई दिल्ली: शेयर मार्केट के एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि कल आने वाले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बाजार खास खयाल रखेंगी. एक्सपर्ट्स की मांग है कि सरकार कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती, एसटीटी सरचार्ज और राजकोषीय घाटे को नियंत्रित करने पर प्रमुखता से ध्यान दे. इसके साथ ही एसटीटी (सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स) में कटौती को लेकर भी इन्हें उम्मीद है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि एसटीटी में कटौती बाजार के लिए बेहतर होगी.


मोदी सरकार ने अपने पिछले आम बजट में 250 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाली कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स की दर को 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी कर दिया था. अब निवेशकों को उम्मीद है कि इस टैक्स की दर को पूरी कॉर्पोरेट बिरादरी के लिए बढ़ाया जा सकता है. उनका कहना है कि हमें उम्मीद है कि सरकार पिछली बार के मुकाबले इस बार ज्यादातर कंपनियों को 25 फीसदी के टैक्स स्लैब का फायदा दे सकती है.


शेयर बाजार इस बात को भी जानता है कि सरकार अपने जीडीपी 3.4% राजकोषीय घाटे के लक्ष्य की तरफ जरूर ध्यान देगी. अपने पिछले बजट में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 3.5 फीसदी तय किया गया था. अगर सरकार इस दिशा में कोई कदम उठाती है, तो हो सकता है ये बाजार के लिए अच्छी खबर न हो, क्योंकि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार जो कदम उठाएगी उनसे बाजार में हलचल मच सकती है.


बजट में महिलाओं की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से क्या उम्मीदें हैं? देखिए रिपोर्ट