वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने आज लोकसभा में पहली बार बतौर वित्त मंत्री 2019 का बजट पेश किया है. उनके बजटीय भाषण में की भाषा हिन्दी मगर मुख्य रूप से अंग्रेजी रही. उन्होंने भाषण के दौरान खुशनुमा लहजे में बोलते हुए सदन में मौजूद सदस्यों को चेहरे पर मुस्कुराहट लाई और उन्हें तालियां बजाने पर मजबूर किया. पीयूष गोयल ने बजटीय भाषण के दौरान फिल्म 'ऊरी' का भी जिक्र किया जिसके बाद पूरे सदन में इस फिल्म का मशहूर डायलॉग 'हाउज़ द जोश' का नारा भी गूंजा. बतौर वित्त मंत्री पीयूष गोयल कैसे साबित हुए हैं ये आने वाला वक्त बताएगा क्योंकि यह उनका पहला बजट था. इससे पहले आइए पीयूष गोयल के जिंदगी और उनके राजनीति करियर पर एक नजर डालते हैं.
वित्त मंत्री पीयूष गोयल का अच्छा शैक्षणिक रिकॉर्ड रहा है. वह चार्टर्ड एकाउंटेंट परीक्षा में ऑल इंडिया दूसरी रैंक हासिल करने में कामयाब रहे हैं. इसके अलावा गोयल मुंबई विश्वविद्यालय में लॉ में सेकेंड रैंक होल्डर भी रहे हैं. उन्होंने येल यूनिवर्सिटी (2011), ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (2012) और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी (2013) में लीडरशिप प्रोग्राम्स में भाग लिया है और वर्तमान में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में ओनर / प्रेसिडेंट मैनेजमेंट (ओपीएम) प्रोग्राम कर रहे हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा डॉन बोस्को हाई स्कूल, माटुंगा से की है.
पीयूष गोयल की शादी सीमा गोयल से हुई है और उनके दो बच्चे हैं, दोनों हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं.
उन्होंने भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक के 2001-2004 और बैंक ऑफ बड़ौदा के 2002-2004 में सरकारी नॉमिनी के रूप में कार्य किया है.
पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय की स्थायी समिति और रक्षा मंत्रालय के लिए सलाहकार समिति के सदस्य रह चुके हैं. वह भारतीय व्यापारियों के चैंबर की प्रबंध समिति के एक सक्रिय सदस्य रह चुके हैं. इसके अलावा गोयल आदिवासी शिक्षा और शारीरिक रूप से विकलांग (जयपुर फुट) के कल्याण जैसे विभिन्न क्षेत्रों और गैर-सरकारी संगठनों के साथ भी काम कर चुके हैं.
उन्हें 3 जून 2016 को राज्यसभा के लिए महाराष्ट्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुना गया. ऊर्जा मंत्री के रहने के दौरान पीयूष गोयल के कार्यकाल के दौरान में भारत के बिजली क्षेत्र में परिवर्तन देखा गया है. 18,000 गांवों के विद्युतीकरण के लिए सबसे व्यापक बिजली क्षेत्र सुधार (UDAY) के क्षेत्र में उनका अहम योगदान रहा है.
ऊर्जा दक्षता के लिए दुनिया के सबसे बड़े एलईडी बल्ब वितरण कार्यक्रम (UJALA) की सफलता, और दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा विस्तार कार्यक्रम के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा का व्यापक प्रसार पीयूष गोयल के कार्यकार किया गया. उनकी अन्य उपलब्धियों में भारत की ऊर्जा सुरक्षा में सुधार और कोयला ब्लॉकों की पारदर्शी ई-नीलामी के सफल संचालन के लिए कोयले की कमी को दूर करना शामिल है.