नई दिल्लीः नई दिल्लीः सरकार ने अगले वित्त वर्ष 2019-20 में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) में हिस्सेदारी बिक्री से 90,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. चालू वित्त वर्ष में विनिवेश का लक्ष्य 80,000 करोड़ रुपये है. सरकार चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 36,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. सरकार को उम्मीद है कि वित्त वर्ष के शेष दो माह में वह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में हिस्सेदारी बिक्री से 44,000 करोड़ रुपये और जुटा पाएगी.


अंतरिम बजट 2019-20 पेश करते हुए वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि एनडीए सरकार ने सार्वजनिक उपक्रम संपत्ति मैनेजमेंट एजेंडा को आगे बढ़ाया है जिससे की इन चीजों को लोगों के लिए जवाबदेह बनाया जा सके.


गोयल ने कहा, ''अभी 57 सीपीएसई सूचीबद्ध हैं जिनका बाजार पूंजीकरण 13 लाख करोड़ रुपये है. सरकार ने 2017-18 में विनिवेश से एक लाख करोड़ रुपये जुटाए थे. हम चालू वित्त वर्ष में 80,000 करोड़ रुपये का लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं.''


निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव अतनु चक्रवर्ती ने कहा कि आमतौर पर सीपीएसई की शेयर बिक्री का 45 से 55 प्रतिशत जनवरी-मार्च तिमाही में होता है. चालू वित्त वर्ष में 80,000 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य हासिल करने के लिए हम सही राह पर हैं.


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