Union Budget 2023: वित्त मंत्री से रेल बजट में यात्रियों को क्या है उम्मीदें, किराए और माल ढुलाई में नहीं हो इजाफा
India Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आम बजट में रेलवे को क्या खास मिलने वाला है. साथ ही अधिकारियों को रेलवे बजट में कई तरह की उम्मीदें दिखाई दे रही है.....जानिए क्या है नया...
Railway Sector Union Budget 2023 Expectations: केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister, Nirmala Sitharaman) संसद में 1 फरवरी 2023 को आम बजट (Union Budget 2023) पेश करने जा रही है. यह मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट साबित होगा. इस बजट को लेकर हर सेक्टर के लोगों में उत्साह और जोश का माहौल है. साथ ही रेलवे के बजट पर सबकी नजर है. आम जनता से लेकर रेलवे से यात्रा करने वाले हर व्यक्ति के लिए ये बजट काफी खास साबित होगा. इसमें निवेशक से लेकर ट्रेन में सफर करने वाला आम आदमी सबकी निगाहें इस बजट पर रहती है. जानिए रेलवे के लिए इस बजट में क्या और खास होने वाला है..
किराए में नहीं हो बढ़ोतरी
देश में बढ़ती मंहगाई और उच्च मुद्रास्फीति को देखते हुए भारतीय रेलवे के केंद्रीय बजट 2023-24 में यात्री किराए या माल ढुलाई के दामों में बढ़ोतरी की संभावना कम है. हालांकि, इसे लेकर अधिकारियों का मानना है कि, अगर ट्रांसपोर्टर के लिए लागत का दबाव काफी अधिक चल रहा है.
इस साल बढ़ेगा रेलवे का टारगेट
भारतीय रेलवे (Indian Railways) की ओर से FY23 में परिचालन लक्ष्य से मामूली अधिक रहने का अनुमान जताया जा रहा है. यात्री आय में बड़ी उछाल से मदद मिलने की उम्मीद दिखाई दे रही है. इस बजट में 97 फीसदी की तुलना में ऑपरेटिंग अनुपात को कम होने की बात शामिल है. इस रिपोर्ट्स के अनुसार, रेलवे से सस्ते दामों में मॉल ढुलाई के चलते ट्रांसपोर्टर को घाटे का सामना करना पड़ रहा है.
16 फीसदी बढ़कर 1.2 ट्रिलियन पहुंचा
ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-दिसंबर 2022 में रेलवे से माल ढुलाई की आय सालाना 16 फीसदी बढ़कर 1.2 ट्रिलियन रुपये पहुंच गई है. जो पूरे वित्तीय वर्ष के लिए बजट लक्ष्य का लगभग 73 फीसदी है. यह 17 फीसदी की बजट दर से मामूली रूप से कम वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है. वही अधिकारियों को उम्मीद है कि वार्षिक माल ढुलाई राजस्व लक्ष्य पूरा हो जाएगा. वही वित्तीय वर्ष के पहले 9 महीनों में यात्री आय सालाना 71 फीसदी बढ़कर 489.13 अरब रुपये हो गई, जबकि वार्षिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए आवश्यक वृद्धि 50 फीसदी रही है.
इस साल 95 फीसदी का टारगेट
साल 2023-24 में रेलवे द्वारा लगभग 95 फीसदी के परिचालन अनुपात को हासिल करने की उम्मीद जताई जा रही है. 95 फीसदी का अनुपात यह दर्शाता है कि हर 100 रुपये कमाने के लिए 95 रुपये खर्च किए जाएंगे, अनुपात जितना कम होगा परिचालन अधिशेष उतना ही अधिक होगा.
माल लदान का लक्ष्य
रेल मंत्रालय से अगले वित्तीय वर्ष की संभावनाओं के बारे में उम्मीद है कि माल लदान का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमान 1,475 मिलियन टन से कम से कम 100 मिलियन टन अधिक हो सकता है. टन भार में वृद्धि 2023-24 में लगभग 8000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई में तब्दील होगी, जो इस साल के बजट अनुमान के मुकाबले मामूली परिदृश्य में 1.65 ट्रिलियन रुपये है. माल ढुलाई से राजस्व आय 2023-24 के लिए लगभग 1.9 ट्रिलियन रुपये होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इससे कोयला और स्टील जैसी थोक वस्तुओं के यातायात में काफी तेजी आने की उम्मीद है.
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