इस सप्ताह पेश हुआ आम बजट गोल्ड यानी सोने में निवेश करने वालों के लिए बड़ा बदलाव लेकर आया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ज्वेलर्स की पुरानी मांग पर अमल करते हुए सोना समेत कुछ अन्य कीमती धातुओं पर कस्टम ड्यूटी कम करने का प्रस्ताव दिया. इस फैसले का लोगों के ऊपर दोतरफा असर हो रहा है. एक तरफ वैसे लोग हैं, जो सोना खरीदने की तैयारी में थे, उन्हें जबरदस्त फायदा हो गया है. हालांकि दूसरी तरफ वैसे लोग हैं, जिन्होंने पहले से सोने में निवेश किया हुआ था, उन्हें घाटा हो गया है.
सर्राफा कारोबारियों की पुरानी डिमांड हुई पूरी
सबसे पहले बजट की बात. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस सप्ताह मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश किया. यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है. इस बजट से लोगों ने काफी उम्मीदें लगाई हुई थीं. सब की उम्मीदें तो पूरी नहीं हो पाईं, लेकिन आभूषण व सर्राफा कारोबारियों की एक पुरानी मांग जरूर इस बजट में पूरी हो गई. सर्राफा कारोबारी सोना-चांदी आदि पर कस्टम ड्यूटी को कम करने की मांग कर रहे थे. वित मंत्री ने उनकी डिमांड पूरी कर दी.
कस्टम ड्यूटी में की गई इतनी बड़ी कटौती
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6 फीसदी करने का ऐलान किया. अभी तक सोने पर कस्टम ड्यूटी की प्रभावी दर 15 फीसदी है. यानी बजट में गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी में 9 फीसदी की भारी-भरकम कमी की गई है. इसी तरह, चांदी पर भी कस्टम ड्यूटी को 15 फीसदी से कम करके 6 फीसदी किया गया है. सोना और चांदी के अलावा प्लेटिनम पर भी कस्टम ड्यूटी में कटौती की गई है.
बजट के बाद इतना सस्ता हो गया सोना
बजट के इस ऐलान का असर तुरंत ही बाजार पर दिखने लगा है. एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में आज लगातार तीसरे दिन बड़ी गिरावट दिख रही है. गुरुवार के शुरुआती कारोबार में एमसीएक्स पर सोना 1.5 फीसदी से ज्यादा के नुकसान में था और 1,159 रुपये गिरकर 67,993 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आया हुआ था. मंगलवार को तो बजट वाले दिन सोना 5 फीसदी से ज्यादा गिर गया था.
अभी और भाव गिरने की गुंजाइश
बजट से पहले सोना 72 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चल रहा था, जो अभी 68 हजार रुपये से नीचे आ चुका है. यानी बजट से अब तक सोना 4 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा सस्ता हो गया है. इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन का कहना है कि बजट में कस्टम ड्यूटी में हुई कटौती से सोने की कीमतों पर 6 हजार रुपये तक का असर पड़ सकता है. यानी अभी सोना 2 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम और सस्ता हो सकता है.
3 दिन में आधा हुआ साल भर का मार्जिन
सोने के भाव में इस कटौती ने संभावित खरीदारों के लिए शानदार मौका तैयार किया है, वहीं पुराने निवेशकों को घाटा हो गया है. देश में बहुत सारे लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं. बजट से पहले तक सोना लगातार रिकॉर्ड उच्च स्तर के पास चल रहा था और इस साल सोने की कीमतों में 7-8 फीसदी की तेजी दर्ज की जा चुकी थी. यानी सोने के जिन निवेशकों को सिर्फ इस साल अब तक 7-8 फीसदी का फायदा हो चुका था, उनका मार्जिन अब आधे से भी कम रह गया है. सभी निवेशकों के पास गोल्ड होल्डिंग की वैल्यू पर भी इसका असर हुआ है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर बजट का असर
उदाहरण के लिए हम सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों को देख सकते हैं. बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी कम किए जाने के ऐलान के बाद सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर असर हुआ है और वे कम भाव पर ट्रेड कर रहे हैं. एनएसई पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमतों में 5 पर्सेंट तक की गिरावट देखी जा रही है. एसजीबी अगस्त 2024 कॉन्ट्रैक्ट (SGB AUG24) बजट के बाद 3 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है और 7,275 रुपये यूनिट के पास ट्रेड कर रहा है. इसी तरह एसजीबी दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट (SGB DEC25) करीब 6 फीसदी के नुकसान के साथ 7,500 रुपये के पास है.
इस कारण भाव फिर से चढ़ने का अनुमान
हालांकि बाजार के मौजूदा हालातों को देखकर लगता है कि गोल्ड के निवेशकों का यह नुकसान तात्कालिक है. एक्सपर्ट आशंका जता रहे हैं कि भले ही सोने पर कस्टम ड्यूटी को 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया, जीएसटी काउंसिल जीएसटी की दर को 3 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी कर सकती है. ऐसे में एंड यूजर यानी आम ग्राहकों के लिए कीमतों में फिलहाल आई नरमी साफ हो सकती है और भाव फिर से पुराने स्तर के पास पहुंच सकते हैं.
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