वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में 2024-25 का पूर्ण बजट पेश कर दिया. बजट में वित्त मंत्री ने हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़े कई ऐलान किए, जो लोगों के लिए विभिन्न बीमारियों के इलाज को आसान व किफायती बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं. सेक्टर के लिए बजट में लगभग 90 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया.
हेल्थकेयर सेक्टर के लिए बजट में प्रावधान
वित्त मंत्री सीतारमण ने बजट पेश करते हुए बताया कि हेल्थकेयर सेक्टर के लिए 89,287 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है. यह पिछले साल आए बजट की तुलना में कुछ अधिक है. पिछले साल फरवरी में आए बजट में हेल्थकेयर सेक्टर के लिए 88,956 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था. यानी हेल्थकेयर सेक्टर के बजट में हल्का इजाफा हुआ है. हालांकि इस बार के बजट में फार्मा सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम के तहत 2,143 करोड़ रुपये का भी आवंटन हुआ है.
कैंसर की तीन दवाओं पर शून्य ड्यूटी
यह बजट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए राहत लेकर आया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैंसर की तीन दवाओं पर कस्टम ड्यूटी हटाने का प्रस्ताव किया. इससे पहले सरकार ने पिछले साल भी कैंसर की कुछ दवाओं पर कस्टम ड्यूटी को शून्य कर दिया था. सरकार ने बजट में विल्सन डिजीज, साइस्टिक फाइब्रोसिस और पॉम्पे डिजीज जैसी बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं व खाद्य सामग्रियों से भी कस्टम ड्यूटी को हटाने का प्रावधान किया है. ये उपाय इलाज को किफायती बनाने में मददगार साबित होंगे.
इन उपकरणों पर ड्यूटी में बदलाव
आम तौर पर दवाओं के ऊपर 10 फीसदी की दर से कस्टम ड्यूटी लगती है. वहीं जीवनरक्षक दवाओं की श्रेणी में आने वाली दवाओं और वैक्सीन आदि पर या तो 5 फीसदी की रियायती दर से कस्टम ड्यूटी लगाई जाती है या उन्हें पूरी तरह से रियायत मिलती है. सरकार ने एक्स-रे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टर पर बेसिक कस्टम ड्यूटी में भी बदलाव प्रस्तावित किया है. एक्स-रे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टर का इस्तेमाल चिकित्सकीय इस्तेमाल वाली एक्स-रे मशीनों में किया जाता है.
इलाज को किफायती बनाने में मिलेगी मदद
बजट में चिकित्सा क्षेत्र के लिए किए प्रावधान का सेक्टर के एक्सपर्ट स्वागत कर रहे हैं. फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर संजीव सिंह कहते हैं- कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली तीन दवाओं पर कस्टम ड्यूटी माफ करना मरीजों के लिए जीवन-रक्षक इलाज किफायती बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. एक्स-रे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टर पर बेसिक कस्टम ड्यूटी में प्रस्तावित बदलाव जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट के घरेलू स्तर पर विनिर्माण को बढ़ावा देंगे, जिससे उपलब्धता बेहतर होगी और लागत में कमी आएगी.
संजीव सिंह नए मेडिकल कॉलेज बनाने के ऐलान की सराहना करते हुए कहते हैं कि इस दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता से मेडिकल एजुकेशन और हेल्थकेयर सर्विसेज के बीच की खाई को पाटने में मदद मिलेगी. यह खास तौर पर देश के विकासशील इलाकों में मददगार साबित होगा. ये उपाय देश भर में हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और पेशेंट केयर को बेहतर बनाने की दिशा में सकारात्मक कदम हैं.
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