Budget 2025: पहले बजट सिर्फ अंग्रेजी में पेश होता था, इसे हिंदी में कब किया गया और किसने किया
Union Budget 2025: भारत में बजट पहली बार हिंदी में 1955 में पेश किया गया. इसे तत्कालीन वित्त मंत्री सी डी देशमुख ने प्रारंभ किया. इससे पहले बजट केवल अंग्रेजी में ही प्रस्तुत होता था.

Union Budget: औपनिवेशिक काल से ही भारत में बजट पेश होता रहा है. केंद्रीय वित्त मंत्री (Finance Minister), इस साल 1 फरवरी को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी जिसमें आने वाले वित्त वर्ष का पूरा आर्थिक लेखा-जोखा लिखा रहेगा. पर क्या आप जानते हैं कि देश में पहले बजट सिर्फ अंग्रेजी में पेश होता था, इसे हिंदी में कब किया गया और किसने किया.
अंग्रेजी में बजट का इतिहास
शुरु से ही, बजट को अंग्रेजी में पेश किया जाता रहा है. भारत में बजट पहली बार बजट 1860 में पेश किया गया था. उस समय इसे केवल अंग्रेजी में ही प्रस्तुत किया जाता था. इसके बाद से बजट लाने की परम्परा में कई बदलाव हुए. भारत का पहला बजट अप्रैल 1860 में ईस्ट इंडिया कंपनी के स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन ने पेश किया था.
हालांकि, भारत के आजाद होने के बाद वित्तीय विशेषज्ञ आर के शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को बजट पेश किया था. अंग्रेजी हुकूमत के दौरान बजट में कोई टैक्स का प्रावधान नहीं था. लेकिन स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, 15 अगस्त, 1947 से 31 मार्च, 1948 तक कई सिफारिशें की गईं, ताकि बजट में टैक्स व्यवस्था को जोड़ा जा सके.
हिंदी में बजट प्रस्तुत करने की शुरुआत
1950 में भारतीय संविधान के लागू होने के साथ, हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता मिली. तब से ही विभिन्न सरकारी कार्यों में हिंदी का प्रयोग बढ़ने लगा. स्वतंत्रता के बाद भी, साल 1955 तक बजट केवल अंग्रेजी में ही प्रस्तुत होता था. परंतु इसके बाद इसे हिंदी में भी पेश करने की शुरुआत हुई.
उस समय के वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक के पहले गवर्नर सीडी देशमुख ने इस परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 11 अगस्त, 1943 को ब्रिटिश सरकार ने सीडी देशमुख को रिजर्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किया था. वे 30 जून, 1949 तक इस पद पर रहे.
ये भी पढ़ें:
भारत में बंटवारे के बाद पेश हुए बजट में सबसे ज्यादा खर्च किस पर किया गया था?
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
