Budget 2025: बजट शब्द का मतलब क्या है और कहां से आया है, जानें बजट से जुड़ी अहम बातें
Budget 2025: बजट शब्द फ्रेंच शब्द 'बागेत' से लिया गया है, जिसका मतलब चमड़े का छोटा ब्रीफकेस होता है. भारत में बजट की शुरुआत 1860 में हुई थी, और 1947 में स्वतंत्र भारत का पहला बजट पेश हुआ था.

Union Budget: हर साल की तरह इस साल भी फरवरी में बजट पेश होगा. इस बजट का इंतजार सभी लोग कर रहे हैं क्योंकि वे जानना चाहते हैं कि किस वर्ग के लिए वित्त मंत्री के पिटारे से क्या निकलेगा. हालांकि इन सबसे ऊपर क्या आप जानते हैं कि बजट का मतलब क्या होता है. आखिर बजट शब्द कहा से आया और बजट को बजट ही क्यों कहा जाता है. आइए जानते हैं बजट के पीछे इतिहास का क्या है.
बजट शब्द का अर्थ
बजट एक लोकप्रिय शब्द है, जिसे फ्रेंच शब्द बागेत (Baguette) से लिया गया है. इसका मतलब होता है चमड़े का ब्रीफकेस जो छोटे आकार का होता है. पहले ब्रीफकेस का रंग भूरा हुआ करता था, लेकिन अब इसमें बदलाव हो गए हैं. आजादी के बाद से बजट को सदन में प्रस्तुत करने के लिए भारत के वित्त मंत्री चमड़े के ब्रीफकेस में बजट से जुड़े कागज को लेकर पहुंचते थे, लेकिन इससे पहले वित्त मंत्री अपने अन्य सहयोगियों के साथ फोटोशूट कराते थे. यह परंपरा अंग्रेजों के समय से ही चली आ रही है.
संवैधानिक दस्तावेज में नहीं है बजट का जिक्र
बजट पेश करने की परंपरा अंग्रेजों के जमाने की है. भारतीय संविधान में बजट का उल्लेख नहीं किया गया है, क्योंकि यह ब्रिटिश शासन की परंपरा थी. इसी कारण इसे संविधान में शामिल नहीं किया गया.
बजट का इतिहास
भारत में बजट की शुरुआत बहुत पहले हो गई थी, लेकिन भारत में पहली बार बजट 1860 में स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विलसन ने पेश किया था. हालांकि आजाद भारत का पहला बजट आर के शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर,1947 में पेश किया था. इसके बाद स्वतंत्र भारत में बजट की शुरुआत हो गई थी. 2001 से पहले बजट फरवरी के अंतिम दिन शाम 5 बजे पेश होता था, लेकिन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने 2001 में इसके समय में बदलाव किया. उन्होंने बजट का समय सुबह 11 बजे कर दिया. इस बदलाव से प्रक्रिया को और प्रभावी बनाने में मदद मिली.
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