Income Tax: देश का बजट आ चुका है और केंद्र सरकार ने बजट में इनकम टैक्स को लेकर बड़ी राहत देने का दावा किया है. न्यू टैक्स रिजीम के तहत अब 3 लाख से 7 लाख रुपये की आय पर 5 फीसदी के हिसाब से टैक्स देना होगा जो पहले ये 6 लाख तक था. न्यू टैक्स रिजीम के दूसरे स्लैब में भी बदलाव किया गया है. इन दोनों बदलावों से टैक्सपेयर्स को 17,500 रुपये तक का फायदा होगा. हालांकि पुराने टैक्स रिजीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है यानी जो न्यू टैक्स रिजीम को अपनाएगा सिर्फ उसे ही फायदा होगा.
टैक्सपेयर्स को 17,500 रुपये तक का सीधा फायदा- वित्त मंत्री
लंबे समय से टैक्स में राहत की मांग हो रही थी इस बार उम्मीद कुछ ज्यादा थी. वित्त मंत्री ने निराश नहीं किया क्योंकि नए टैक्स स्लैब से छोटी ही सही लेकिन एक राहत जरूर मिलेगी. जिन लोगों की आय 7 लाख रुपये तक है उनके लिए ये राहत वाली बात है. बजट के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा "इस बदलाव से टैक्सपेयर्स को 17.500 रुपये तक का फायदा होगा."
2020 में पहली बार पेश हुआ था न्यू टैक्स स्लैब
साल 2020 में भारत सरकार ने पहली बार न्यू टैक्स स्लैब पेश किया था जो अधिकतर टैक्सपेयर्स को पसंद नहीं आया था. इसमें पिछले साल यानी साल 2023 में बदलाव किया गया था. पहले 6 टैक्स स्लैब थे, जिसे बदलकर 5 टैक्स स्लैब कर दिया गया था. उसके बाद भी करीब 25 फीसदी इनकम टैक्सपेयर्स ने ही न्यू टैक्स स्लैब को अपनाया था. अब एक बार फिर इसमें बदलाव किया गया है. नई टैक्स व्यवस्था के तहत बेसिक एग्जेम्प्शन लिमिट 3 लाख रुपये कर दी गई है. इसके अलावा स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 75 हजार रुपये कर दिया है, हालांकि इसके 1 लाख करने की उम्मीद जताई जा रही थी. इसका फायदा सैलरीड क्लास को होगा. इसके अलावा वित्त मंत्री ने फैमिली पेंशन पर भी डिडक्शन को बढ़ाया है इसे 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया है. इससे 4 करोड़ सैलरीड कर्मचारी और पेंशनर्स को फायदा होगा. फैमिली पेंशन डिडक्शन पर 4 करोड़ वेतनभोगियों को फायदा देने का आंकड़ा सरकार ने बजट में दिया है.
सरकार का बजट से राहत का दावा-विपक्ष का आरोप- आंकड़ों का हेरफेर
सरकार को लगता है कि नए टैक्स स्लैब से टैक्स का बोझ कम होगा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कहा है कि ये बजट सैलरीड क्लास के लिए अच्छा है. विपक्ष इसे नजर का धोखा बता रहा है जो आंकड़ों के हेरफेर से ज्यादा कुछ नहीं है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ये नाउम्मीदी का बजट है और आम लोगों के लिए कुछ भी नहीं है.
नए टैक्स स्लैब के जरिए सरकार ने खींची नई लाइन
कुल मिलाकर कहा जा रहा है कि टैक्स में राहत मिली है लेकिन उतनी नहीं जितनी उम्मीद थी. सरकार ने निराशा और आशा के बीच की एक लाइन नए टैक्स स्लैब के जरिए खींच दी है. न्यू टैक्स रिजीम अपनाने वालों को स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाकर राहत दी लेकिन ओल्ड टैक्स रिजीम वाले बजट में खाली हाथ रहे हैं.
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