Economic Survey 2023 Highlights: चीफ इकनॉमिक एडवाइजर ने कहा- भारतीय इकोनॉमी में रिकवरी पूरी हुई
Economic Survey 2023 Highlights: संसद के बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा और राज्यसभा में आर्थिक सर्वे पेश कर दिया.
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर के वित्त वर्ष 2023-24 में 6-6.8 फीसदी के बीच रहने की उम्मीद है.
चीफ इकनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन का कहना है कि दशक के बाकी समय में भारत की वृद्धि दर 6.5-7 फीसदी रहने का अनुमान है. कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2023-24 में प्रतिकूल हालात के बावजूद महंगाई दर के नरम रहने की संभावना है. कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे रहती है तो आर्थिक वृद्धि दर अनुमान पर असर नहीं पड़ेगा.
वित्त वर्ष 2022 में एफडीआई प्रवाह 21.3 बिलियन डॉलर था, जो वित्त वर्ष 2021 से 76 फीसदी अधिक था. भारतीय फार्मास्युटिकल निर्यात ने वित्त वर्ष 2021 में 24 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है. सितंबर 2022 तक फार्मा सेक्टर में संचयी एफडीआई 20 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है.
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली 3 तिमाहियों में जीएसटी राजस्व के रूप में 13.40 लाख करोड़ रुपये एकत्र हुए हैं. वित्त वर्ष 2015 से वित्त वर्ष 2023 तक व्यवहार्यता अंतर वित्त पोषण योजना के तहत डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स द्वारा 2982.4 करोड़ रुपए वितरित किए गए.
मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा कि हमें अब महामारी से उबरने की बात नहीं करनी है, हमें अगले चरण की ओर देखना है. सरकार 6.4 फीसदी राजकोषीय घाटे की दिशा में आगे बढ़ रही है. अप्रैल से नवंबर 2022 तक सकल कर राजस्व में 15.5 फीसदी की वृद्धि हुई है.
मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा कि IMF ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए भारत की अनुमानित जीडीपी वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. अगले वित्तीय वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.1 फीसदी और 2024-25 में 6.8 फीसदी रहने का अनुमान IMF ने लगाया है. अर्थव्यवस्था की रिकवरी पूरी हो गई है. गैर-बैंकिंग और कॉर्पोरेट क्षेत्रों में अब बैलेंस शीट अच्छी स्थिति में हैं.
आर्थिक सर्वे में बताया गया है कि कोरोना संकटकाल में हुए नुकसान की भरपाई हो गई है और कोरोना से कृषि पर न्यूनतम असर देखा गया है. उच्च महंगाई दर से निजी निवेश बेअसर रहा है. हालांकि कोरोना के चलते दो साल मुश्किल भरे रहे और कोरोना के साथ महंगाई ने नीतियों पर असर डाला है. सप्लाई चेन ने महंगाई संकट बढ़ाया और सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाया है. सर्विस सेक्टर पर कोरोना का सबसे ज्यादा असर देखा गया है.
2021-22 में देश की जीडीपी 8.7 फीसदी रही थी. आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि एमएसएमई सेक्टर को दिए जाने वाले कर्ज में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. जनवरी से नवंबर 2022 के बीच 30.5 फीसदी ज्यादा कर्ज एमएसएमई सेक्टर को दिया गया है.
आर्थिक सर्वे में अनुमान दिया गया है कि साल 2022-23 में आर्थिक विकास दर 7 फीसदी रहने का अनुमान है. बीते वर्ष जब 2021-22 के लिए आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश किया गया था तब 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 8 से 8.5 फीसदी के दर से विकास करने का अनुमान जताया गया था. यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध और वैश्विक आर्थिक संकट के चलते आर्थिक विकास दर बीते वर्ष जताये गए अनुमान से कम रह सकती है.
राज्यसभा की कार्यवाही से पहले लोकसभा की कार्यवाही कल 1 फरवरी तक के लिए स्थगित की जा चुकी है. अब कल बजट सेशन के दूसरे दिन संसद में बजट पेश किया जाएगा.
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है और सभी सांसदों के राष्ट्रगान गाने के बाद स्पीकर उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सदन को संबोधित करके कुछ अहम जानकारी दी हैं और दिवंगत सांसदों की सूचना दी. इसके बाद पूरे सदन ने दिवंगत सांसदों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण को प्रस्तुत कर दिया है. इकोनॉमिक सर्वे के साथ ही ये तथ्य सामने आ गया है कि देश की जीडीपी वित्त वर्ष 2023 में कैसी रहेगी.
संसद के बजट सत्र की कार्यवाही शुरू हो चुकी है और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी है. उनके साथ पूरे सदन ने दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी है.
आज बजट सेशन के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी और अब इसमें कुछ ही देर का वक्त बचा है. देश को अब आर्थिक सर्वेक्षण का इंतजार है जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर सबके सामने आ सकेगी.
राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं. ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे. अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है. राष्ट्रपति ने कहा कि देश में 11 छोटे किसान हैं और पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत छोटे किसानों को 2.25 लाख रुपये से ज्यादा की मदद दी गई है. इन लाभार्थियों में 3 करोड़ महिला लाभार्थी महिलाएं हैं. इन महिलाओं को 54000 करोड़ रुपये मिल चुके हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार की नई पहल के परिणामस्वरूप हमारा रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है. मुझे गर्व है कि हमारी सेना में आज INS विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ़्ट कैरियर भी शामिल हुआ है. मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरु हो चुका है. आज भारत में मैन्युफैक्चरिंग की अपनी कैपेसिटी भी बढ़ रही है और दुनिया भर से भी मैन्युफेक्चरिंग कंपनियां भारत आ रही हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि देश का एविएशन सेक्टर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा एविएशन मार्केट बन चुका है. इसमें उड़ान योजना की भी बहुत बड़ी भूमिका है. One Earth, One Family, One Future के मंत्र के साथ भारत की पूरी कोशिश है कि G-20 के सदस्य देशों के साथ मिलकर मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान तलाशा जाए.
भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और देश के रेलवे मैप में अनेक दुर्गम क्षेत्र भी जुड़ रहे हैं. भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा बिजली से चलने वाला रेलवे नेटवर्क बनने की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण के दौरान ये बड़ी बात कही है.
राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार की कोशिश है कि कोई गरीब भूखा ना सोए और इसके तहत सरकार पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त अनाज देने के लिए 3.50 लाख करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है. सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे भी चलाने का निर्णय लिया है. यह एक संवेदनशील और गरीब-हितैषी सरकार की पहचान है.
शेयर बाजार को देखें तो 11 बजकर 45 मिनट पर सेंसेक्स 138.86 अंक यानी 0.23 फीसदी की उछाल के साथ 59,361.55 पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी में 32.05 अंक यानी 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 17,616.90 पर ट्रेड देखा जा रहा है. साफ है कि देश की राष्ट्रपति के अभिभाषण से फिलहाल शेयर बाजार को कोई सहारा नहीं मिल रहा है.
राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है. बीते कुछ वर्षों में मेरी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के बहुत निकट हैं. जल जीवन मिशन के तहत तीन वर्षों में करीब 11 करोड़ परिवार Piped Water Supply से जुड़ चुके हैं. इसका सबसे ज्यादा लाभ गरीब परिवारों को ही हो रहा है.
राष्ट्रपति ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है और उनके 80,000 करोड़ रुपये खर्च होने से बचाए हैं. इस योजना के तहत 50 करोड़ से अधिक देशवासियों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है. जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है. बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था. आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है. आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है. मेरी सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है. इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध निरंतर लड़ाई चल रही है. हमने सुनिश्चित किया है कि व्यवस्था में ईमानदार का सम्मान होगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त सिस्टम तैयार करने के लिए इको-सिस्टम बनाने की दिशा में बेनामी संपत्ति अधिनियम को नोटिफाई किया गया है. आर्थिक अपराध कर फरार अपराधियों की संपत्ति को जब्द करने के लिए Fugitive Economic Offenders Act को पारित किया गया है.
राष्ट्रपति का कहना है कि मेरी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है और देश के आधुनिक विकास के लिए तेजी से काम करने पर ध्यान केंद्रित रखा है. आज भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और इसी का नतीजा है कि देश की आर्थिक तस्वीर बदली है.
राष्ट्रपति का अभिभाषण शुरू हो गया है और राष्ट्रपति का कहना है कि आज भारत का आत्मविश्वास शीर्ष पर है, हमें मिलकर ऐसा भारत बनाना है जिसमें गरीब ना हों. आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम हो रहा है और देश में मेरी सरकार ने पॉलिसी पैरालिसिस से बाहर निकलने का काम किया है.
सुबह 11 बजे शेयर बाजार में गिरावट ही नजर आ रही है और इसके साथ ही राष्ट्रपति का अभिभाषण भी शुरू हो रहा है. बीएसई का सेंसेक्स 177.55 अंक यानी 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 59,322 पर कारोबार कर रहा है. इसके अलावा एनएसई का निफ्टी 47.25 अंक यानी 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 17,601 पर चल रहा है.
आज दोपहर 12.30 बजे से 1 बजे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी. इसके बाद दोपहर 2 बजे चीफ इकनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसमें आर्थिक सर्वे और कल आने वाले बजट के बारे में सवालों का जवाब देंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि आज से बजट सत्र का प्रारम्भ हो रहा है और प्रारम्भ में ही अर्थ जगत से सकारात्मक संकेत आ रहे हैं. आज का दिन महत्वपूर्ण अवसर है जब भारत के बजट सत्र के जरिए नारी शक्ति के सम्मान को भी प्रदर्शित करने का दिन है. देश की राष्ट्रपति भी महिला हैं और वित्त मंत्री भी महिला हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. भारत का बजट मानवीय आकांक्षाओं को भी पूरा करेगा और प्रकाशमान नजर आएगा. बजट से देशवासियों की उम्मीदें पूरी करने की कोशिश की जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र की शुरुआत से पहले कहा कि आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो रही है. देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक संदेश आया है. दुनिया की अर्थव्यवस्था इस समय डांवाडोल है और भारत के बजट पर दुनिया की नजर है क्योंकि भारत से विश्व को उम्मीद है. केंद्र सरकार के लिए सबसे पहले देश और देशवासी आते हैं.
बैकग्राउंड
Economic Survey 2023 Highlights: संसद के बजट सत्र की शुरुआत आज सुबह 11 बजे से हो जाएगी और इसकी शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा. इसके बाद संसद के पटल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वे यानी इकोनॉमिक सर्वे रखेंगी. अनुमान है कि बजट सत्र के पहले दिन इकोनॉमिक सर्वे 12 बजे से 12.30 बजे के बीच वित्त मंत्री पेश कर सकती हैं. आर्थिक सर्वे में देश की आर्थिक स्थिति का लेखाजोखा संसद और देश के सामने आएंगे.
17वीं लोकसभा का 11वां सत्र होगा बजट सत्र
आज से शुरू हो रहा बजट सत्र 17वीं लोकसभा का 11वां सत्र होगा और सुबह 11 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण से सत्र प्रारंभ होगा.
क्या है आर्थिक सर्वेक्षण या इकोनॉमिक सर्वे
इकोनॉमिक सर्वे वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) का प्रमुख सालाना दस्तावेज होता है. इकोनॉमिक सर्वे देश के आर्थिक विकास का लेखाजोखा होता है. इसी के आधार पर यह देखा जाता है कि पिछले एक साल में देश की अर्थव्यवस्था किस तरह की रही है. इसी सर्वे से आकलन लगाया जाता है कि कहां पर नुकसान हुआ और कहां पर फायदा हुआ है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत की जीडीपी को लेकर दिया अनुमान
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मंगलवार को विश्व की अर्थव्यवस्था (Global Economy) और भारतीय इकोनॉमी (India Economy) को लेकर बहुत अहम बयान दिया है. विश्व अर्थव्यवस्था को लेकर IMF ने बताया है कि ग्लोबल ग्रोथ साल 2023 में पहले की अपेक्षा में कम रहने की संभावना है. वहीं भारत की अर्थव्यवस्था की बात करें तो इस तिमाही में भारत की इकोनॉमी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी होगी. भारत की अर्थव्यवस्था मौजूदा तिमाही में 6.8 फीसदी की दर से बढ़ रही है, जो अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 6.1 फीसदी रहने की संभावना है.
रॉयटर्स का अनुमान
रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक प्री-बजट इकोनॉमिक सर्वे (Pre Budget Economic Survey) में भारत की जीडीपी (GDP) तीन सालों में सबसे कम रह सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 में यह 6 से 6.8 फीसदी रहने की संभावना है.
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