नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2019-20 का अंतरिम बजट या लेखानुदान (वोट ऑन अकाउंट) एक फरवरी को वित्त मंत्री अरुण जेटली पेश करेंगे. वित्त मंत्रालय ने पहले ही ये जानकारी दे दी थी कि 2019-20 के लिए अंतरिम बजट तैयार करने का काम शुरू हो चुका है. अब यह अपने आखिरी पड़ाव पर आने वाला है. मंत्रालय बजट भाषण के लिए पहले ही विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों से अपनी राय देने को कह चुका है. साल 2019 के आम चुनाव से पहले बीजेपी की अगुवाई वाली वर्तमान एनडीए सरकार का यह आखिरी बजट होगा.


अक्टूबर 2018 में ही वित्त मंत्रालय ने 2019-20 के बजट के लिए कवायद शुरू कर दी थी. इसके तहत वर्तमान वित्त वर्ष के लिए संशोधित व्यय एवं अगले वित्त वर्ष के लिए अनुमानित खर्च को अंतिम रूप देने के लिए इस्पात, बिजली और आवास एवं शहरी विकास मंत्रालयों समेत अन्य विभागों के साथ बैठकें हुई. बताया जा रहा है कि 12 अक्टूबर से अंतरिम बजट या लेखानुदान के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई थी.

वित्त मंत्रालय तीन दिसंबर से मीडियाकर्मियों के नार्थ ब्लाक में प्रवेश पर रोक लगा चुका है. यह रोक एक फरवरी, 2019 को बजट को पेश किये जाने तक रहेगी. नार्थ ब्लाक में वित्त मंत्रालय का ऑफिस है. वित्त मंत्री जेटली लगातार छठे साल बजट पेश करेंगे. चुनावी साल में जरूरी सरकारी खर्चों के लिए लेखानुदान यानी वोट ऑन अकाउंट लाया जाता है और नई सरकार पूर्ण बजट लाती है.

रिजर्व बैंक में 2000 रुपये के नोटों की छपाई घटी, न्यूनतम स्तर पर आई
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एच एस फुल्का ने पार्टी से इस्तीफा दिया