लगातार दो बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्तमंत्री बनेंगी सीतारमण, जानिए उनके बारे में सबकुछ
निर्मला सीतारमण ने अपने आरंभिक करियर में प्राइस वाटर हाउस कूपर में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्य किया. इसके बाद उन्हें बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में लंदन में भी कार्य करने का मौक़ा मिला.
नई दिल्ली: आज एक फरवरी है और 2020 के दशक का पहला बजट वित्तमंत्री निर्मला सीतारामण पेश करने वाली हैं. यह निर्मला सीतारमण के कार्यकाल का दूसरा बजट है. 2014 से 2018 तक दिवंगत पूर्व वित्तमंत्री अरूण जेटली ने बजट पेश किया था. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल का अंतिम अतंरिम बजट पीयूष गोयल ने पेश किया था जबकि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्तमंत्री निर्मला सीतारामण ने जुलाई में पेश किया था. निर्मला सीतारामण लगातार दो बजट पेश करने वाली देश की पहली महिला वित्तमंत्री होंगी.
निर्मला सीतारमण की पहचान एक ऐसी नेत्री की है जो कुशल वक्ता हैं, लक्ष्य बनाकर उसे भेदने में माहिर हैं और कुशल गृहिणी भी हैं. इससे पहले भी निर्मला सीतारमण देश का बजट पेश कर चुकी हैं. निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था. इनके पिता का नाम नारायण सीतारमण और माता का नाम सावित्री देवी है. निर्मला सीतारमण में बचपन से ही देश की राजनैतिक व्यवस्था को समझने की ललक थी. उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की. इसके बाद इन्होने जेएनयू से साल 1980 में इकोनॉमिक्स में एमए की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने यहीं से एमफील की डिग्री भी हासिल की. निर्मला सीतारमण की शादी डॉ प्रभाकर से हुई. दोनों की मुलाकात जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में हुई थी. यहां पर ये दोनों एक साथ पढ़ते थे. जहां एक तरफ निर्मला सीतारमण का झुकाव भारतीय जनता पार्टी की तरफ था, दूसरी तरफ डॉ परकला प्रभाकर एक कांग्रेसी परिवार से थे. निर्मला सीतारमण ने अपने आरंभिक करियर में प्राइस वाटर हाउस कूपर में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्य किया. इसके बाद उन्हें बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में लंदन में भी कार्य करने का मौक़ा मिला. ये हैदराबाद के प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं और ‘नेशनल कमीशन ऑफ़ वीमेन’ की सदस्य भी रह चुकी हैं.Budget 2020: इनकम टैक्स, डायरेक्ट टैक्स और GST की मौजूदा स्थिति क्या है? क्या हो सकते हैं बदलाव
1991 में निर्मला सीतारमण और उनके पति वापस भारत लौट आए और हैदराबाद में रहने लगे. साल 2010 में उन्हें नितिन गडकरी ने बीजेपी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया. इसके बाद निर्मला सितारमण ने पीछे पलट कर नहीं देखा. बीजेपी के 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद 26 मई 2014 में इन्हें स्वतंत्र चार्ज के तहत ‘मिनिस्टर ऑफ स्टेट’ का पद सौंपा गया. इसी के साथ ही इन्हें मिनिस्ट्री ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, मिनिस्ट्री ऑफ़ फाइनेंस एंड कॉर्पोरेट अफेयर्स का कार्य भार भी दिया गया. निर्मला सीतारमण के राजनैतिक करियर में सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें रक्षा मंत्री का पद मिला. उन्होंने तीन सितंबर 2017 को रक्षा मंत्री के तौर पर शपथ ली. इस तरह से निर्मला सीतारमण उस वक्त पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनी. इस तरह से निर्मला सीतारमण भारत की पूर्व प्रधानंमत्री इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला रक्षा मंत्री और पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनी. निर्मला सीतारमण के जीवन में दूसरा महत्वपूर्ण पड़ाव 2019 में तब आया जब पीएम मोदी ने उन्हें वित्त मंत्री बनाया.BUDGET 2020: आर्थिक सर्वेक्षण में भी एनबीएफसी की मंदी दिखी, क्या बजट में होगा कुछ उपाय राजनीति से परे निर्मला सीतारमण एक बहुत अच्छी पाठक हैं. इन्हें किताबे पढना बहुत पसंद है. इसके अलावा इन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी काफ़ी रूचि है. वो अक्सर भगवान श्रीकृष्ण के भजन सुनतीं रहती हैं और उनके पास बहुत ही अच्छा भजन संग्रह है.
वो अपने परिवार को भी काफी समय देती हैं और अपने राजनैतिक जिम्मेवारियां भी अच्छे से निभाती हैं. निर्मला सितरामण जब पार्टी की प्रवक्ता थीं, उस वक्त उनकी बेटी की बोर्ड की परीक्षाएं चल रही थी. बेटी को परीक्षा की तैयारी कराने के लिए निर्मला खुद कई-कई घंटे बेटी के साथ पढ़ाई करती थीं.
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