देश का बजट: बजट 2019 में कृषि के क्षेत्र पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के खास नज़र की है उम्मीद
देश का बजट: तक़रीबन 87000 करोड़ रुपए तक के खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है और इसका वित्तीय प्रबंधन करना बड़ा काम होगा. ये सबसे बड़ा प्रावधान होगा इस बजट में.
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारण आज देश का बजट पेश करेंगी. प्रचंड बहुमत के साथ देश की सत्ता पर काबिज़ हुई नरेंद्र मोदी की सरकार के दूसरे कार्यकाल का ये पहला बजट है. ऐसे में हर क्षेत्र को सरकार से काफी उम्मीदें हैं. कृषि के क्षेत्र में भी मोदी सरकार ने सुधार के कई वादे किए हैं. संभावना है कि इस क्षेत्र के विकास के लिए सरकार कई योजनाओं को पेश कर सकती है.
सरकार के आते ही नीति आयोग की पहली बैठक में कृषि, खास तौर पर खाद्य पर बात हुई थी, कृषि क्षेत्र में सुधार पर फोकस रहा था. किस तरह से कॉरपोरेट/प्राइवेट सेक्टर के इन्वेस्टमेंट को बढ़ाया जाए इस पर भी चर्चा हुई, इस बैठक में तीन सुधारो की योजना पेश की गई थी.
कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग
मंडी समिति में सुधार
आवश्यक वस्तु अधिनियम कानून में सुधार के लिए योजना
इसके लिए मुख्यमंत्री की समिति बनाई गई है, दो महीने में रिपोर्ट देनी है. पहली कैबिनेट में सभी किसानों के लिए पीएम किसान योजना के तहत 3 करोड़ लोगों को शामिल किया गया. हालांकि इससे वित्तीय खर्च बढ़ जाएगा. इसके लिए बजट में प्रावधान भी करने होंगे.
तक़रीबन 87000 करोड़ रुपए तक के खर्च का अनुमान लगाया जा रहा है और इसका वित्तीय प्रबंधन करना बड़ा काम होगा. ये सबसे बड़ा प्रावधान होगा इस बजट में.
दलहन की समस्या पर्याप्त उपलब्धता हो गई है. अब तिलहन के उत्पादन बढ़ाने लिए सरकार कुछ प्रावधान बजट में कर सकती है. अभी भी तिलहन के लिए आत्मनिर्भरता नहीं बन पाई है. विदेशी उत्पादों पर निर्भर रहना पड़ता है.