नई दिल्लीः कल यानी 31 जनवरी से बजट सत्र शुरू हो रहा है. कल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संसद में अभिभाषण होगा और इसके तहत वे संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ साल 2019 का संसद का पहला सत्र आरंभ हो जाएगा. बजट सत्र 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा और बजट सत्र के दूसरे दिन यानी 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा.
राष्ट्रपति का अभिभाषण
भारत की सभी कार्यकारी शक्तियों का संचालन देश के राष्ट्रपति के पास होता है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली केंद्रीय मंत्रिपरिषद और उसके सहयोगी राष्ट्रपति को सलाह देते हैं और उसी सलाह के मुताबिक राष्ट्रपति अपनी शक्तियों और अधिकारों का इस्तेमाल करते हैं और फैसले लेते हैं.
कब-कब होता है राष्ट्रपति का अभिभाषण
संविधान की धारा 87 के तहत दो बार ऐसे मौके आते हैं जब राष्ट्रपति संसद के सत्र को संयुक्त रूप से संबोधित करते हैं. देश के राष्ट्रपति हर आम चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र की शुरुआत में राज्य सभा और लोकसभा को संयुक्त रूप से संबोधित करते हैं. इसमें पहली बार निचले सदन की बैठक होती है.
इसके अलावा राष्ट्रपति प्रत्येक वर्ष संसद के प्रथम अधिवेशन के दिन राज्यसभा और लोकसभा के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हैं.
राष्ट्रपति के भाषण में क्या होता है
राष्ट्रपति के अभिभाषण में मुख्य तौर पर सरकार की नीतियों, प्राथमिकताओं और आने वाले साल के लिए सरकार की योजनाओं का समावेश होता है. राष्ट्रपति के भाषण के जरिए सरकार के काम करने के एजेंडा और दिशा को लेकर एक खाका सामने आता है.
कहां होता है राष्ट्रपति का अभिभाषण
संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति का अभिभाषण आयोजित किया जाता है और इसके तहत केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तैयार किए हुए भाषण को राष्ट्रपति पढ़ते हैं. राष्ट्रपति के स्वागत और सेंट्रल हॉल में आने के बाद सबसे पहले राष्ट्रगान गाया जाता है, इसके बाद राष्ट्रपति का अभिभाषण होता है. राष्ट्रपति अभिभाषण हिंदी या अंग्रेजी में पढ़ते हैं.
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