नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी मैजिक एक बार फिर दोहराया जाएगा या नहीं यह सवाल सबके जहन में है. केंद्र की बीजेपी एक बार फिर 2014 का इतिहास दोहराना चाहेगी. इसके लिए मोदी सरकार अपने योजनाओं से लाभ लेने से भी पीछे नहीं हट रही. ग़रीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन देने की योजना, 'उज्ज्वला योजना' को मोदी सरकार अपनी एक बड़ी उपलब्धि मानती है. माना जा रहा है कि बजट में भी इसको लेकर कुछ एलान किया जा सकता है.
राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि इस योजना ने बीजेपी को उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सियासी फ़ायदा पहुंचाया है. लेकिन एक शिकायत अक्सर मिलती रही है कि योजना के तहत पहला सिलिंडर लेने के बाद ग़रीबों के लिए अपने पैसों से अगला भरा हुआ सिलिंडर लेना मुश्किल होता है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ जहां सामान्य लोग साल में 7 सिलिंडर का इस्तेमाल करते हैं वहीं उज्ज्वला के लाभार्थी केवल 3.8 सिलिंडर प्रति साल ही इस्तेमाल करते हैं . ऐसे में कहा जा रहा है कि सरकार इन लाभार्थियों के लिए साल में 2 या 3 सिलिंडर मुफ्त देने का भी एलान कर सकती है.
अभी हाल ही में सरकार ने 6 करोड़ लोगों को उज्ज्वला के तहत गैस कनेक्शन देने में क़ामयाबी हासिल की है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर सिलिंडर मुफ्त देने का एलान होता है तो इसका फ़ायदा सीधे बीजेपी को ही मिलेगा. वहीं लोकसभा चुनाव के लिए ये सरकार का मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकती है.