साल 2020 में कोरोना महामारी का असर लगभग सभी सेक्टर्स पर देखने को मिला है. हालांकि, अब धीरे-धीरे सभी सेक्टर्स में सुधार देखने को मिल रहा है. इस साल के आम बजट से सभी सेक्टर्स के लोगों को खासी उम्मीदें हैं. वहीं, एजुकेशन सेक्टर में भी लोग बदलाव देखना चाहते हैं.


साल 2021 की शुरुआत होते ही कई राज्यों ने स्कूलों को दोबारा खोलना शुरू कर दिया है. हालांकि, साल 2020 में एजुकेशन सेक्टर पर कोरोना महामारी का भारी असर देखने को मिला. एजुकेशन सेक्टर से जुड़े लोगों का कहना है कि इस समय एजुकेशन सेक्टर की स्थिति बेहद खराब है. उन्होंने सरकर से मांग की है कि इस सेक्टर पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए.


एजुकेशन सेक्टर के लोगों को है ये उम्मीद


इस सेक्टर के लोगों ने उम्मीद जताई है कि हालात पिछले साल से बेहतर होंगे. उन्होंने कहा, " पिछले साल लॉकडाउन की वजह से इस सेक्टर में कई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला. हालांकि, अब इस सेक्टर पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है." उन्होंने कहा कि सार्वजनिक शिक्षण संस्थानों में मिलने वाली सुविधाओं में बदलाव किए जाएं. साथ ही साथ बजट का एक बड़ा हिस्सा योग्य शिक्षकों की बहाली करने और जरूरी सुविधाएं देने में लगाया जाए.


हायर एजुकेशन में भी बदलाव की जरूरत


हायर एजुकेशन में भी इस समय बदलाव की जरूरत है.  इस क्षेत्र से जुड़े लोगों ने कहा, "इस सेक्टर में भी सभी सुविधाओं को हाईटेक बनाने की जरूरत है, इसके लिए सारकर को बड़ा निवेश करना पड़ेगा. साथ ही साथ शोध के क्षेत्र में भी अधिक ध्यान देना होगा. ज्यादा से ज्यादा विश्वविद्यालय का निर्माण कराना होगा और इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोड़ देना होगा. साथ ही साथ पढ़ाई के स्तर को और ऊपर उठाने की जरूरत है.


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