Automobile Sector Budget 2023 India: देश की मोदी सरकार (मोदी Govt) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए बजट (Budget) में ऑटोमोबाइल सेक्टर (Automobile Sector) को लेकर कुछ बड़े ऐलान किये है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज संसद में आम बजट पेश कर दिया है. इस बजट 2023 से ऑटोमोबाइल सेक्टर को लेकर काफी कुछ दिया है. जिसमें इलेक्ट्रिक कारों (Electric Vehicles) की बैटरी (Battery) को सस्ता कर दिया है. जिसके बाद इलेक्ट्रिक कार सस्ती हो जाएगी. वही दूसरी ओर विदेश से आने वाले लग्जरी महंगी कारों को मंगवाना और महंगा कर दिया गया है. यानि अब आपको उसे लेने के लिए ओर अधिक टेक्स देना होगा. जानिए क्या है खास बात...
सस्ती हुई इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़ी इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी को सस्ता कर दिया है. वहीं विदेश से लग्जरी महंगी कारों को मंगवाना महंगा कर दिया है. इस बजट 2023 से लग्जरी विदेशी कारों को खरीदना और महंगा हो जाएगा. बजट 2023 में 3 सेगमेंट की कारों को महंगा कर दिया गया है. इनमें एसकेडी, सीबीयू और इलेक्ट्रिक सीबीयू वाहन शामिल हैं. इन 3 सेगमेंट की कारें बजट में घोषणा के बाद महंगी हो जाएंगी.
अब कारों पर लगेगी 70 प्रतिशत ड्यूटी
विदेशों से आने वाली (इंपोर्ट) लग्जरी और महंगी कारों की कीमत अब और ज्यादा होगी. सरकार ने बजट में जानकारी दी है कि, सेमी नॉक्ड डाउन सेगमेंट में आईसीई (ICE) और इलेक्ट्रिक कारों पर अब 35 प्रतिशत ड्यूटी लगाई जाएगी है. वही दूसरी ओर, कम्प्लीट बिल्ट यूनिट यानि सीबीयू (CBU) के तौर पर विदेश से आने वाली कारों पर अब 70 प्रतिशत ड्यूटी लगेगी. तीसरे सेगमेंट में सीबीयू के तौर पर आने वाली इलेक्ट्रिक सेगमेंट की कारें हैं, तो अब इन्हें भी खरीदना महंगा हो जाएगा.
ये रहेगी बड़ी शर्त
सरकार ने इन तीनों सेगमेंट के विदेशी वाहनों पर ड्यूटी को बढ़ा दिया है. वही सरकार की ओर से इसमें कुछ शर्तों को भी जोड़ा गया है. जैसे 3000 सीसी के पेट्रोल इंजन और 2500 सीसी के डीजल इंजन या फिर 40 हजार अमेरिकी डॉलर से ज्यादा महंगी कारों पर अब 70 फीसदी ड्यूटी सरकार को देनी होंगी. जबकि इलेक्ट्रिक सीबीयू कारें जिनकी कीमत 40 हजार अमेरिकी डॉलर या उससे ज्यादा है, उन पर 60 की जगह 70 प्रतिशत ड्यूटी लगाई जाएगी.
बैटरी पैक और सेल पर कस्टम ड्यूटी घटाया
बजट में लिथियम-आयन बैटरी पैक और सेल पर कस्टम ड्यूटी 21 प्रतिशत से घटाकर 13 प्रतिशत कर दिया है. यह जानना भी जरूरी है कि वर्तमान में लिथियम सेल भारत में निर्मित नहीं होते हैं. मालूम हो कि, साल 2020 में, भारत में लिथियम-आयन बैटरी का बाजार 1.66 बिलियन डॉलर आंका गया था. 2027 तक, यह 2022-2027 की पूर्वानुमान अवधि के दौरान 17.23 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ बढ़कर 4.85 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है.
यह भी पढ़े:
Pan Card Budget 2023: बजट में बड़ी घोषणा, अब पहचान पत्र के रूप में पैन कार्ड का कर सकते हैं इस्तेमाल