Budget 2024 Halwa Ceremony: वित्त मंत्रालय में हलवा सेरेमनी के साथ 23 जुलाई को पेश होने जा रहे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट तैयार करने की प्रक्रिया के आखिरी चरण की शुरुआत हो चुकी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में नार्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया. हलवा सेरेमनी के आयोजन के बाद बजट डॉक्यूमेंट की छपाई की गोपनीयता बरकरार रखने के लिए वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी 23 जुलाईको बजट पेश होने तक वित्त मंत्रालय के तहखाने में स्थित छपाई खाने में ही रहेंगे.
वित्त मंत्री ने खुद बांटा हलवा
बजट पेश होने से पहले हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वित्त मंत्रालय में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया है. हलवा सेरेमनी के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के अलावा अलावा वित्त मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद रहे. वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने हाथों से कढ़ाई से निकालकर उपस्थित लोगों को हलवा दिया. हर शुभ काम को करने से मीठा खाने का रिवाज रहा यही हलवा सेरेमनी के पीछे की मान्यता भी रही है. भारतीय परंपरा में हलवे को बेहद शुभ माना जाता है. पूजा के दौरान भगवान को प्रसाद के रूप में हलवा भी चढ़ाया जाता है. इसलिए बजट की छपाई से पहले इस सेरेमनी का आयोजन किया जाता है. हलवा सेरेमनी के दौरान वित्त मंत्री ने बजट प्रेस का दौरा किया साथ में तैयारियों का जाएगा भी लिया. उन्होंने बजट तैयार करने से जुड़े लोगों को शुभकामनाएं दी.
पेपरलेस होगा बजट!
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने पिछले कार्यकाल में तीन पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट को पेपेरलेस तरीके से पेश किया है और इस बार भी वे पेपरलेस बजट पेश करेंगी. बजट डॉक्यूमेंट्स में एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट, डिमांड फॉर ग्रांट्स और फाइनेंस बिल को यूनियन बजट मोबाइल एप में देखा जा सकेगा. वित्त मंत्री के बजट भाषण के पूरा होने के बाद एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर 'यूनियन बजट मोबाइल ऐप' पर ये उपलब्ध होगा. एप पर बजट डॉक्यूमेंट हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में उपलब्ध होगा. इस एप को www.indiabudget.gov.in से भी डाउनलोड किया जा सकता है.
100 से ज्यादा कर्मचारी रहेंगे तहखाने में बंद
बजट तैयार करने के बाद वित्त मंत्री की सहमति पर बजट से जुड़े डॉक्यूमेंट को वित्त मंत्रालय के तहखाने में बजट प्रेस में भेजा जाता है. बजट डॉक्यूमेंट बेहद संवेदनशील और गोपनीय होता है. गोपनीय दस्तावेज लीक ना हो इसके लिए बजट दस्तावेज के छपाई के दौरान वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा कर्मचारी बजट डॉक्यूमेंट के छपाई के लिए तहखाने में ही रहते हैं और बजट पेश होने तक वे बाहर नहीं आ सकते. ये अधिकारी कर्मचारी अपने घर भी नहीं जा सकते हैं. अगर इन कर्मचारियों के परिवार वालों को संपर्क करना होता है तो वे इनके अधिकारियों को फोन कर ही संपर्क कर सकते हैं. इंटरनेट और फोन की व्यवस्था भी नहीं होती है. वित्त मंत्रालय की कैंटीन में इनके लिए खाना तैयार होता है. और बजट प्रेस में ही इनके सोने की व्यवस्था होती है.
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