भारतीय रेल देश में सार्वजनिक परिवहन का सबसे बड़ा माध्यम है. हर रोज लाखों लोग ट्रेनों के माध्यम से एक शहर से दूसरे शहर और घर से ऑफिस का सफर तय करते हैं. ऐसे लोग कम ही होंगे, जिन्हें अपने जीवन में ट्रेनों से वास्ता न पड़ता हो. यही कारण है ट्रेन से जुड़े मसले अधिकांश भारतीयों को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं. हालिया समय में ट्रेन से जुड़े दो मुद्दे मुखर होकर उभरे हैं. एक है रेल यात्रा की सुरक्षा और दूसरा वेटिंग टिकट की समस्या.


रेल पर मोदी सरकार का फोकस


अभी जब अगले सप्ताह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट आने वाला है, रेल से जुड़े इन दो मुद्दों पर लोगों की उम्मीदें बढ़ी हुई हैं. इन उम्मीदों के जोर पकड़ने का एक कारण ये भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार रेल को प्राथमिकता में रहने का लगातार दावा करती आई है. मोदी सरकार ने बीते दो कार्यकाल के दौरान रेलवे के सेक्टर में कई व्यापक बदलावों व सुधारों का सूत्रपात किया भी है. मसलन- नई व आधुनिक ट्रेनों की शुरुआत करना, पटरियों का आधुनिकीकरण करना और रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण करना आदि.


क्षेत्रीय दलों की बढ़ी सरकार में भूमिका


मोदी सरकार बीते महीने आए चुनाव परिणाम में फिर से सत्ता में वापसी करने में सफल रही है. हालांकि लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी भाजपा को सीटों का नुकसान उठाना पड़ा और पार्टी अकले दम पर बहुमत जुटाने से दूर रह गई. इस बार सरकार बनाने के लिए भाजपा को जदयू और तेदेपा जैसी सहयोगी पार्टियों पर निर्भर रहना पड़ा है. भाजपा को लगे चुनावी झटके और केंद्र में करीब एक दशक के बाद क्षेत्रीय पार्टियों की महत्वपूर्ण हुई भूमिका से भी रेल बजट की प्रासंगिकता इस बार बढ़ी हुई है.


अगले सप्ताह आ रहा है पूर्ण बजट


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले सप्ताह बजट पेश करने जा रही हैं. आगामी बजट मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा. इससे पहले फरवरी में जो बजट आया था, वह अंतरिम बजट था. चुनावी साल होने के चलते फरवरी में वित्त वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट आया था. अब सरकार का गठन होने के बाद इस महीने वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट आने वाला है. संसद का सत्र 22 जुलाई से शुरू होने वाला है. उसके अगले दिन 23 जुलाई को संसद में बजट पेश किया जाएगा.


रेल बजट से लोगों को ये उम्मीदें


लोगों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस बजट में नई ट्रेनों का ऐलान कर सकती है. दरअसल ट्रेन यात्रियों के सामने टिकट की समस्या सालों से खड़ी है और उसका कोई समाधान नहीं निकल रहा है. कई रूट पर महीनों बाद की टिकटें पहले ही बुक हो जाती हैं. ऐसे में रेल यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. नई ट्रेनें शुरू कर इस समस्या को दूर किया जा सकता है. हाल-फिलहाल में हुई कई रेल दुर्घटनाओं ने रेल सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा किया है. बजट में रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के उपायों का भी ऐलान किया जा सकता है.


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