Union Budget 2024 Highlights: चिदंबरम बोले- वित्त मंत्री ने पढ़ा कांग्रेस का घोषणापत्र, CPI सांसद ने बताया- कुर्सी बचाओ बजट
Union Budget 2024 Highlights: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी 3.0 का पहला बजट पेश किया. सत्ता पक्ष के दलो ने इस बजट को 'ऐतिहासिक' तो विपक्ष ने 'कुर्सी बचाओ बजट' बताया है.
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India Budget 2024 Highlights: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में मंगलवार (23 जुलाई) को आम बजट पेश किया. मोदी 3.0 सरकार का यह पहला आम बजट रहा. इसी के साथ निर्मला सीतारमण ने लगातार सातवां बजट पेश करके इतिहास रच दिया. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने 6 बार बजट पेश किया था. सीतारमण 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनाया गया था. तब से सीतारमण ने इस साल फरवरी में एक अंतरिम सहित लगातार छह बजट पेश किए हैं. वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट उनका लगातार सातवां बजट है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा, "जैसा कि अंतरिम बजट में उल्लेख किया गया है, हमें 4 अलग-अलग जातियों, गरीब, महिला, युवा और किसान पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है. किसानों के लिए, हमने सभी प्रमुख फसलों के लिए उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की है, जो लागत से कम से कम 50% मार्जिन के वादे को पूरा करता है. पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया गया, जिससे 80 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ हुआ.''
युवाओं के लिए 5 नई योजनाओं का ऐलान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. इस वर्ष हमने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है.
विपक्षी दलों ने बताया कुर्सी बचाओ बजट
सत्तारूढ़ NDA गठबंधन में शामिल दलों ने इस मोदी 3.0 के पहले बजट को ऐतिहासिक बताया है. NDA के सहयोगी दलों का कहना है कि ये बजट विकसित भारत की आधारशिला बनेगा. वहीं विपक्षी इंडिया गठबंधन के दलों ने इसे जनता के साथ धोखा बताया है. विपक्षी दलों का कहना है कि ये 'कुर्सी बचाओ बजट' है. इस बजट में सिर्फ सहयोगी दलों को खुश करने की कोशिश की गई है और इंडिया गठबंधन शासित राज्यों की अनदेखी की गई है.
बजट से नाखुश स्टालिन ने सरकार को दे दी धमकी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बजट को लेकर केंद्र सरकार को धमकी देते हुए कहा है कि वो नीति आयोग की बैठक का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा, "तीसरी बार सरकार में आने के बाद भी बीजेपी ने लोगों के लिए कुछ नहीं किया. तमिलनाडु ऐतिहासिक तबाही का सामना कर रहा है, लेकिन फिर भी राज्य के लिए कोई फंड नहीं दिया गया. तमिलनाडु के लिए कोई योजना नहीं दी गई. मैं नीति आयोग की बैठक का विरोध करूंगा."
BJP को दिए 35 फीसदी वोट और 8 सीट, फिर भी बजट में तेलंगाना की अनदेखी- रेवंत रेड्डी
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केंद्रीय बजट की तीखी आलोचना की है. उन्होंने बजट पर बात करते हुए कहा, 'सबका साथ, सबका विकास का नारा बोगस हो गया. ये बजट कुर्सी बचाओ बजट रहा. बिहार और आंध्र प्रदेश के अलावा केंद्र का व्यवहार अन्य राज्यों के प्रति ऐसा रहा, जैसे प्रधानमंत्री अपनी कुर्सी बचाना चाह रहे हों.' रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना ने बीजेपी को लोकसभा चुनाव में 35 फीसदी वोट और 8 सीट दीं, फिर भी राज्य की अनदेखी की गई.
ये सरकार बचाओ बजट, इंडिया गठबंधन की सरकार वाले राज्य किए नजरअंदाज- सिंघवी
कांग्रेस पार्टी के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने केंद्रीय बजट को सरकार बचाओ बजट बताया है. उन्होंने कहा कि ये NDA सरकार को बचाने और सहयोगियों को लुभाने वाला बजट है. आंध्र प्रदेश और बिहार को बहुत कुछ दिया गया है और कांग्रेस या इंडिया गठबंधन की सरकार वाले राज्यों को नकार दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस बजट में तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पंजाब और दिल्ली को खासतौर से पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है.
महाराष्ट्र CM शिंदे बोले- ये बजट बनेगा विकसित भारत की आधारशीला
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मोदी 3.0 के पहले बजट को सर्वसमावेशी बजट बताया है. उन्होंने कहा, "कुर्सी पाने के बाद लोग जनता को भूल जाते हैं लेकिन PM मोदी नहीं भूले और किसान, महिला, युवा, कामगारों को न्याय देने का काम किया है. यह सर्वसमावेशी बजट है. देश को आगे बढ़ाने, 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने की यह आधारशिला है. इस बजट में महाराष्ट्र को काफी कुछ मिला है, महिलाओं के लिए जो योजना है उसमें हमारे महाराष्ट्र की बहनों को लाभ होगा, हमारे किसानों को लाभ होगा."
बजट वाले दिन 3 पैसे गिरा रुपया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश किया. बजट वाले दिन रुपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में 3 पैसे गिर गया. 23 जुलाई को एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 83.69 भारतीय रुपया रही, जबकि 22 जुलाई यानी बजट के एक दिन पहले एक अमेरिकी डॉलर बराबर 83.66 भारतीय रुपया था.