नई दिल्ली: इस साल बजट बनाने की प्रक्रिया में महिला अधिकारियों ने पहले के सालों के मुकाबले इस साल कहीं ज्यादा योगदान दिया है. बजट बनाने की प्रक्रिया में जुटे वरिष्ठ स्तर के ज्यादातर अधिकारियों में 41 फीसदी महिलाएं रही हैं. ये महिलाएं अधिकतर सरकार के कुल बजट संबंधित कार्य के 52 फीसदी भाग को देख रही हैं. सूत्रों ने बताया कि विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में अतिरिक्त सचिव और संयुक्त सचिव स्तर के 34 वित्तीय सलाहकारों में 14 महिला अधिकारी हैं. ये महिला अधिकारी सरकार का बजट से संबंधित 52 फीसदी कामकाज देख रही हैं.


सूत्रों ने कहा कि महत्वपूर्ण मंत्रालयों जैसे कि वित्त, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, मानव संसाधन विकास, युवा, कौशल विकास और खेल के वित्तीय सलाहकारों ने बजट पूर्व प्रक्रिया में भारी योगदान दिया है. इसके अलावा नागर विमानन, शहरी विकास, रसायन और उर्वरक, कोयला और खान, डाक, डेइटी, सामाजिक न्याय, विज्ञान और औद्योगिक अनुसंधान मंत्रालय के अधिकारी बजट प्रक्रिया में शामिल रहे हैं.


विभिन्न मंत्रालयों में इन सलाहकारों का प्रमुख दायित्व बजट पूर्व प्रक्रिया है. वित्त मंत्री अरण जेटली एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगे. वित्त मंत्रालय का विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ बजट पूर्व विचार विमर्श नवंबर के मध्य में शुरू हुआ था. 19 जनवरी को हलवा सेरेमनी होने के साथ ही बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू हो गया था और वित्त मंत्रालय के जिन 100 अधिकारियों को नजरबंद किया गया था उनमें महिला अधिकारी भी शामिल हो सकती हैं.


कल यानी 1 फरवरी को बजट पेश होने वाला है. वित्त मंत्री अरुण जेटली कल देश के सामने 2017-18 का आर्थिक दस्तावेज पेश करेंगे.