Job of India: देश में पीएलआई योजना से आने वाली है बंपर नौकरियां, जानें कहां कितनी है Job's
Employment Outlook Report में कहा कि अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में मौजूदा तिमाही में कंपनियों की नई भर्तियां करने की मंशा 7 बढ़कर 61% पर पहुंच है.
PLI Job Alert: भारत में PLI योजना विदेशी कंपनियों को अपनी इकाइयाँ स्थापित करने के लिये आमंत्रित करती है. यह योजना देश में चल रहे छोटे उद्यम (enterprises) को अपनी उत्पादन इकाइयों का विस्तार करने हेतु प्रोत्साहित करती है. उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेन्टिव्स (PLI) योजनाओं में कंपनियों ने जुलाई-सितंबर की तिमाही में अधिक से अधिक कर्मचारियों को भर्ती करने की बात कही है.
900 कंपनियों पर हुआ सर्वे
टीमलीज Employment Outlook Report में कहा है कि अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में मौजूदा तिमाही में कंपनियों की नई भर्तियां करने की मंशा 7 बढ़कर 61% पर पहुंच है. पिछली तिमाही में नई भर्तियां करने की मंशा 54 % अंक पर रही थी. देशभर के 14 शहरों में स्थित करीब 900 छोटी, मझोली एवं बड़ी कंपनियों के बीच कराए सर्वेक्षण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है.
महानगरों क्या है स्थिति
रिपोर्ट के अनुसार, महानगरों एवं टियर-1 शहरों में इसमें 7% अंक की वृद्धि देखने को मिली है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 81% अंक थी जो दूसरी तिमाही में बढ़कर 89% अंक पर पहुंच गई है. वहीं दूसरी श्रेणी के शहरों में नई भर्तियां करने की मंशा 7 % बढ़कर 62 % अंक पर पहुंच गई, जबकि तीसरी श्रेणी के शहरों के लिए यह संभावना 3 % बढ़कर 37 % अंक रही है. वही दूसरी ओर ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों में नई भर्तियां करने में 2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की है.
दिल्ली में 72 % भर्ती की संभावना
अगर क्षेत्रवार देखें तो मैन्युफैक्चरिंग में दिल्ली सर्वाधिक 72 % भर्ती संभावना के साथ सबसे आगे है, जबकि मुंबई (59 %) और चेन्नई (55 %) दूसरे एवं तीसरे स्थान पर हैं. सेवा क्षेत्र के लिहाज से बेंगलुरु की सर्वाधिक 97 % कंपनियों ने जुलाई-सितंबर तिमाही में भर्तियां करने की मंशा जताई है. इसके बाद मुंबई (81 %) और दिल्ली (68 %) का स्थान है.
कारोबारी माहौल में सुधार की उम्मीद
कुल मिलाकर समूचे कारोबारी माहौल में सुधार है और अधिक कंपनियां अब नई भर्तियां करने की योजना बना रही हैं. टीमलीज की कार्यकारी निदेशक एवं सह-संस्थापक ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा कि PLI योजनाओं में सार्वजनिक निवेश बढ़ाने से संभावनाएं बेहतर हुई हैं. नई भर्तियां करने की मंशा में न केवल सुधार है, बल्कि अगली कुछ तिमाहियों में इसके 70 % का आंकड़ा पार कर जाने की संभावना भी है.