लोगों पर पड़ रहा महंगाई का बोझ, खाद्य तेल की कीमतें एक साल में 50% तक बढ़ी
खाद्य तेल के कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल की कीमत आसमान छू रही है, जिसके चलते भारत में भी कीमत बढ़ी है.
नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की महंगाई से आम लोगों को अभी राहत भी नहीं मिली थी कि खाद्य तेल की महंगाई भी लोगों के लिए आफत बनती जा रही है. पिछले एक साल के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलेगा कि खाद्य तेलों के दाम में 50 फीसदी तक का इजाफा हुआ है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक मूंगफली के तेल की कीमत करीब 50 फीसदी बढ़ गई है. पिछले साल 10 मार्च को मूंगफली के तेल की औसत कीमत 120 रुपये प्रति लीटर थी जबकि इस साल 10 मार्च को औसत दाम 170 रुपये है. वहीं दिल्ली में इसकी कीमत पिछले साल 10 मार्च को 162 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि इस साल 10 मार्च को 184 रुपये प्रति लीटर है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ी कीमतें
खाद्य तेल के कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल की कीमत आसमान छू रही है, जिसके चलते भारत में भी कीमत बढ़ी है. इसी तरह सरसों के तेल की औसत कीमत में भी करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल 10 मार्च को औसत कीमत 120 रुपये प्रति लीटर जबकि इस साल 142 रुपये प्रति लीटर है. वहीं दिल्ली में सरसों की कीमत 120 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 152 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
इसके अलावा पाम ऑयल की देशभर में औसत कीमत एक साल में 85 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 125 रुपये प्रति लीटर हो गई है. दिल्ली में इसकी कीमत 102 रुपये से बढ़कर 121 रुपये प्रति लीटर हो गई है. वहीं जानकार दाम बढ़ने का एक और कारण बताते हैं. उनका कहना है कि इस साल चीन भी बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय बाजार से खाद्य तेल खरीद रहा है, जिसके चलते दाम बढ़ गए हैं.
जानकारों का मानना है कि जल्द ही देश में सरसों की नई फसल आने वाली है, जिससे मूल्य को स्थिर करने में मदद मिलेगी. वहीं कीमत बढ़ने से कारोबारियों को कुछ अन्य दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है.
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