Business Startup Classroom: जरूरी कॉमन वर्ड्स जो स्टार्टअप में इस्तेमाल होते हैं और आपको जानने चाहिए
Business Startup Classroom: बिजनेस स्टार्टअप्स की पाठशाला में हम आपको लगातार कई हफ्तों से जरूरी टिप्स और सलाह बता रहे हैं और आज इस इंडस्ट्री के अहम शब्दों से आपको परिचित करा रहे हैं.
Business Startup CLassroom: पिछले कुछ सालों में स्टार्टअप बिज़नस की दुनिया का एक ऐसा शब्द बन गया है, जिसको लगभग हर व्यति ने सुना है या जाना है. इस शब्द ने आज बहुत से लोगों को फर्श से अर्श तक पंहुचा दिया है, तो लाखों को नौकरी दी है, इतना ही नहीं, आम दुनिया कि कई ऐसी समस्याओं को सॉल्व करके लोगों के आम जीवन को बेहतर बनाया है. हालांकि बस ऐसा ही नहीं है कि स्टार्टअप दुनिया में सब अच्छा अच्छा ही होता है, लाखों लोगों ने फेलियर भी देखा है, अपने पैसे, समय, आत्मविश्वास सब कुछ गंवाए हैं. लेकिन कहते हैं न हाई रिस्क हाई गेन, तो बस यही है इस दुनिया की हकीकत, यहां सब कुछ बेहतर है अगर आप इसके पॉजिटिव और नेगेटिव साइड को समझकर इसमें उतरते हैं. तो चलिए, स्टार्टअप की दुनिया में जाने से पहले वहां के कुछ ऐसे शब्दों के बारे में जान लेते है जो बहुत रेगुलर तौर पर यहां इस्तेमाल किये जाते हैं.
Incubator
इन्क्यूबेशन का शाब्दिक अर्थ है, अंडा सेना, और इसे स्टार्टअप के सिस्टम के हिसाब से देखा जाये तो, इसका मतलब है, स्टार्टअप या किसी भी चीज को वो आइडियल वातावरण देना, जहां वो बेहतर तरीके से पनप सके और बढ़ सके. इनक्यूबेटर यही काम करते हैं. स्टार्टअप के लिए, ये वो संस्थान होते हैं जहां स्टार्टअप को हर तरह का सपोर्ट दिया चाहे वो आईडियेशन स्टेज हो या फंडिंग का.
Bootstrap
बूटस्ट्रैपिंग का मतलब होता है, जब आप अपना स्टार्टअप किसी इन्वेस्टर से पैसे ना लेकर, अपने पैसे से शुरू करते हैं, लगभग अधिकतर स्टार्टअप बूटस्ट्रैपिंग से ही शुरू होते हैं, इसके अपने फायदे हैं, क्यूंकि जब आप अपने फंड्स से बिज़नस को एक स्टेज तक ले आते हैं तो इन्वेस्टर का भी भरोसा आपके बिज़नस में होने लगता है, जो किसी भी स्टार्टअप के लिए एक पॉजिटिव साइन है.
Angel Investor
जैसा कि इस वर्ड में ही एंजेल लगा हुआ है, तो जाहिर है ये वो लोग होते हैं जो आपके स्टार्टअप के लिए एंजेल के रूप में आते हैं, यानी ये वो शुरुवाती इन्वेस्टर होते हैं जो अर्ली या आईडिया स्टेज पर ही आपके स्टार्टअप में पैसा इन्वेस्ट करते हैं. कई बार बूटस्ट्रैपिंग के बाद जब स्टार्टअप के पास पैसा नहीं होता है और वो बंद होने के कगार पर होता है, एंजेल इन्वेस्टर उन्हें फिर से मार्किट में स्टेब्लिश करना का काम करते हैं, इसीलिए ये एंजेल कहलाते हैं.
MVP
MVP का अर्थ है, मिनिमम वायबल प्रोडक्ट. ये बड़ा ही अहम् स्टेज होता है, जब आप अपने प्रोडक्ट को कुछ शुरुवाती फीचर्स के साथ मार्किट में उतारते हैं और शुरुवाती कस्टमर्स का फीडबैक लेते हैं, उसमे जरुरी बदलाव करते है, मार्किट का रुख समझते हैं, तो उस प्रोडक्ट या स्टेज को MVP कहा जाता है, स्मार्ट फाउंडर्स इस तरीके से अपने प्रोडक्ट को चेक करके, बड़े नुकसान से खुद को बचा लेते हैं.
TAM
Total Addressable Market का मतलब होता है, आपके बिज़नस के लिए मार्किट में क्या स्कोप है, आपका कस्टमर साइज कितना बड़ा है, अगर मार्किट में कोई और कॉम्पिटिशन में नहीं है तो किस लेवल तक आपका बिज़नस ग्रो कर सकता है, ये सब जानना ही TAM कहलाता है, ये एक तरह का मार्किट को जानने का तरीका है, जहां से आप अपने प्रोडक्ट और ग्राहक के बेस को समझने की कोशिश करते हैं, और उसके हिसाब से अपने स्ट्रेटेजिक फैसले लेते हैं.
Burn rate
बर्न रेट का मतलब होता है कि आप कंपनी को चलाने के लिए अपने कैश रिजर्व से किस स्पीड से कैश खर्च कर रहे हैं, इससे ये पता चलता है कि आपका स्टार्टअप कब तक चल सकता है, और किस स्टेज पर आपको फंडिंग की जरुरत पड़ सकती है, हालांकि यहां समझना जरुरी है कि जितना कम से कम burn रेट होगा आपके स्टार्टअप के लिए उतना ही बेहतर है.
Pitch Deck
पिच डेक वो डॉक्यूमेंट है, जो अप फंडिंग के लिए इन्वेस्टर्स को भेजते हैं या दिखाते हैं. इसमें स्टार्टअप के बारे में, आपका स्टार्टअप कौन सी प्रॉब्लम को सॉल्व कर रहा है, मार्किट स्कोप क्या है, अभी कितना रेवेन्यु बना रहे हैं, कॉम्पिटिशन में कौन कौन है, फाउंडर्स एंड टीम के बारे में सारी जानकारी होती है. आपका पिच डेक जितने कम शब्दों में और आसानी से आपके स्टार्टअप और उसके स्कोप को समझा पाए उतना ही इफेक्टिव होता है.
Freemium
फ्रीमियम का मतलब है, जब आप अपने ग्राहकों को कुछ फ्री में देकर उन्हें अपना यूजर बनाते हैं, या आपके प्रोडक्ट का कुछ हिस्सा फ्री में यूज करने के लिए देते हैं जिससे वो आपके प्रोडक्ट के बारे में जान सकें और उसके बाद प्रीमियम सर्विस के लिए पे कर सके. ये शुरू में कस्टमर्स को लाने का बहुत ही फेमस और कारगर मार्केटिंग तरिका है, जो लगभग हर स्टार्टअप के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है.
Pivot
बिज़नस में कई बार ऐसी स्थिति आती है, जब आपको अपने हिसाब से रिजल्ट नहीं मिलता है, तो कंपनी के स्ट्रेटजी, प्रोडक्ट, कस्टमर टाइप, सेल्स के स्तर पर जब आप कुछ बदलते हैं तो उसे Pivot कहा जाता है, जिसका मतलब होता है कि अपने पुराने सिस्टम को रिव्यु करके उसमे नए तरीके से बदलाव करके कंपनी को सफल बनाना.
Valuation
वैल्यूएशन का मतलब होता है, मूल्यांकन. यानी आपके बिज़नस की मार्किट वैल्यू क्या है, अगर उसे बेचा जाए तो क्या वैल्यू लगेगी, इसी को जानने के तरीके को वैल्यूएशन कहते हैं. वैल्यूएशन निकालने के बहुत से मेथड होते हैं, इसमें स्टार्टअप किस इंडस्ट्री से है, इसका भी बहुत बड़ा रोल होता है, स्टार्टअप की आज की ग्रोथ स्पीड क्या है, भविष्य में क्या होगी, मार्किट साइज़ कितना बड़ा है, टीम कैसी है, प्रोडक्ट कैसा है, कॉम्पिटिशन कैसा है जैसी बहुत सी बातें निर्भर करती है.
Unicorn
ये एक ऐसा वर्ड है, जहां हर फाउंडर पहुचना चाहता है, या इस केटेगरी में अपने स्टार्टअप को देखना चाहता है, तो यूनिकॉर्न उस स्टार्टअप को कहते हैं जिसकी वैल्यू एक बिलियन डॉलर ($1 billion) से ज्यादा की हो जाती है. आसान शब्दों में कहा जाए तो जब एक स्टार्टअप की वैल्यू एक बिलियन डॉलर की हो जाती है या फिर उससे भी ज्यादा तो उसे यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स कहा जाने लगता है.
नोटः लेखक Skilling You के संस्थापक और सीईओ हैं, प्रकाशित विचार उनके निजी हैं.
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