Business Startup Classroom: स्टार्टअप में जितना आइडियाज, स्ट्रेटेजी, रिसर्च का रोल होता है, उतना ही या कहें कि उससे ज्यादा इस बात का भी रोल होता है कि एक फाउंडर के तौर पर आपके अन्दर वो जरुरी स्किल्स हैं या नही, जो एक बिजनेस को चलाने के लिए बेहद जरुरी होती हैं. अक्सर लोग सीईओ को चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के जगह चीफ एवेरिथिंग ऑफिसर बोलते हैं, और मुझे लगता है ये सही भी है, क्योंकि बिजनेस के शुरुआत में आपको सब कुछ खुद ही करना पड़ता है, चाहे वो ऑफिस में सेल्स, मार्केटिग, मीटिंग्स, ऑपरेशन और कस्टमर सर्विस हों या कुछ और. तो चलिए समझते हैं कि आज के तेजी से बदलते दौर में वो कौन सी ऐसी स्किल्स हैं जो अगर आपके अन्दर नहीं हैं तो स्टार्टअप की सफलता आपके लिए मुश्किल भरी हो सकती है.
सेल्स
गांव में अक्सर एक कहावत सुना करता था, कि कमाऊ पूत को हर कोई पसंद करता है, और ये बात हर जगह से सामान रूप से लागू होती है, बिजनेस में ये कमाऊ पूत कोई और नहीं बल्कि सेल्स से जुड़े लोग होते हैं, आप चाहे जितना अच्छा प्रोडक्ट बना लें, अगर सेल्स नहीं आती तो आपको बहुत मुश्किल होगी. आज कस्टमर के पास पहले से ज्यादा ऑप्शन हैं, बेचने के तरीके बदल गए हैं. तो फाउंडर के रूप में अगर आपको खुद सेल्स नहीं पसंद है तो ये बात चिंताजनक है. मैंने अच्छे से अच्छे प्रोडक्ट को फ्लॉप होते हुए देखा है क्योंकि अगर फाउंडर्स या कोर टीम को सेल्स नहीं आती तो सेल्स के लिए आप किसी और के भरोसे नहीं बैठ सकते हैं, खास करके शुरू के दिनों में तो बिलकुल भी नहीं. तो आपको सेल्स पसंद हो या नहीं हो, फर्क नहीं पड़ता, लेकिन सीखना तो पड़ेगा. अगर आप खुद अपने प्रोडक्ट को बेच नहीं पाएंगे तो कोई और नहीं बेच पायेगा, और हां बिना सेल्स के तो दुकान चलने से रही.
डिजिटल मार्केटिंग
आज सोशल मीडिया के दौर में सेल्स और मार्केटिंग सबके तरीके बदल रहे हैं, आपका प्रोडक्ट चाहे जो हो आज आपको डिजिटल मार्केटिंग या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सही से इस्तमाल करना आता है तो आप अपने बिजनेस को और बेहतर बना सकते हैं. एक फाउंडर के तौर पर आपको सोशल मीडिया के बेसिक्स, और डिजिटल मार्केटिग जरुर आनी चाहिए, इससे ना सिर्फ आपको शुरुआती दौर में सेल्स में मदद मिलेगी बल्कि आपको सही टीम के चुनाव में भी हेल्प मिलेगी. आजकल आपको Youtube से लेकर कई सारे ऑनलाइन एजुकेशन कंपनियों पर पेड और फ्री में डिजिटल मार्केटिंग के कोर्सेज मिल जायेंगे. इन्हें जरुर पढ़िए.
ग्राफिक डिजाईन
मुझे याद है हमारी कंपनी के शुरुआत में हमारे पास कोई ग्राफिक डिजाइन करने वाला नहीं था, और कई बार एक छोटे से बैनर के लिए या तो ज्यादा पैसे देने पड़ते थे या किसी से सिफारिश करके बनवाना पड़ता था और रिजल्ट ये होता थे कि नेशनल फेस्टिवल तक के बैनर पोस्ट में हम लोग लेट हो जाते थे. शुरू में ना तो टीम इतनी बड़ी होती है, ना ही पैसे होते हैं, तो ऐसी स्थिति में अगर फाउंडर के तौर पर आपको ग्राफिक का काम आता है तो आपकी लाइफ बहुत आसान हो जाएगी. Canva.com जैसे प्लेटफॉर्म्स ने ग्राफिक को बहुत ही आसान बना दिया है, यहां आसानी से पहले से बने हुए टेम्पलेट में चेंजेस करके आप अच्छे बैनर बना सकते हैं. और इसे सीखने के लिए कोई टेक्नीकल स्किल्स भी नहीं चाहिए, इसे ट्राई जरुर करिएगा.
टीम मैनेजमेंट
ये एक अहम् कड़ी है, दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जितना पावरफुल हो जाए, लेकिन ह्यूमन टच को कभी रिप्लेस नहीं कर सकता है. यानी, बिजनेस को बड़ा करने के लिए आपको एक टीम चाहिए, और उस टीम को मैनेज करने के लिए आपको टीम मैनेजमेंट की स्किल्स. मैं अक्सर कहता हूं कि मै अपने स्टार्टअप में एंप्लॉई नहीं को-फाउंडर हायर करता हू्ं. क्योंकि आपके टीम में वही विजन, और क्रेज़िनेस लानी पड़ेगी जो फाउंडर में होती है, तभी एक बड़ा स्टार्टअप बन पायेगा. आज की नई जेनेरेशन के काम करने का तरीका पहले से बहुत अलग हो चुका है, और साथ ही कंपनी और मैनेजर के रूप में इनकी पसंद और नापसंद भी. पहले हम लोग डांट सुनकर भी काम कर लेते थे, लेकिन आज ये पॉसिबल नहीं है. तो आपको लोगों को साथ रखकर, मोटीवेट करके, काम करना और कराना सीखना पडेगा. इसके लिए आप किसी अनुभवी स्टार्टअप फाउंडर या मैनेजर को अपना मेंटर बना सकते है.
(नोटः लेखक प्रवीण कुमार राजभर SkillingYou के संस्थापक और सीईओ हैं. प्रकाशित विचार उनके निजी हैं.)
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