Car Loan:  फेस्टिव सीजन के दौरान लोग जमकर शॉपिंग करते हैं.  इस दौरान तरह-तरह के शॉपिग ऑफर ग्राहकों के सामने होते हैं जिसकी वजह से वे इस दौरान खरीददारी करना पसंद करते हैं. विशेष रूप से लोग त्योहारी सीजन में ही कार खरीदना पसंद करते हैं. बैंक ग्राहकों को सस्ता कार लोन की पेशकश करते हैं. अगर आपका इरादा कार खरीदने के लिए लोन लेने का है तो जान लें कार लोन लेते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. जानते हैं वह बातें क्या हैं:-


क्रेडिट रिपोर्ट



  • अगर आपने कार लोन के लिए अप्लाई किया है तो बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर देखेंगे.

  • आमतौ पर क्रेडिट स्कोर के आधार पर ही बैंक ब्याज दरें तय करते हैं.

  • 750 या इससे ज्यादा के क्रेडिट स्कोर पर कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना रहती है.

  • क्रेडिट स्कोर 750 से कम है तो सस्ता लोन मिलना मुश्किल हो सकता है.

  • क्रेडिट रिपोर्ट ऑनलाइन लेंडिंग मार्केटप्लेस या क्रेडिट ब्यूरो से हासिल की जा सकती है.


अलग-अलग बैंकों के ब्याज दरों की तुलना



  • किसी एक बैंक के ऑफर्स को देखकर ही कार लोन लेने का फैसला न करें.

  • फेस्टिव सीजन में अधिक ग्राहकों को लुभाने के लिए कई लेंडर्स नए/या मौजूदा ग्राहकों को सीमित अवधि के लिए कार लोन की ब्याज दरों पर विशेष छूट देते हैं.

  • जरूरी है कि बैंकों के विशेष कार लोन ऑफ़र की ठीक से पड़ताल करें. विभिन्न बैंकों के ऑफर्स का अध्ययन करने के बाद ही लोन के लिए अप्लाई करें.


एलटीवी रेश्यो



  • कार लोन लेते वक्त एलटीवी रेश्यो जरूर देखना चाहिए.

  • कार लोन का एलटीवी रेश्यो लेंडर द्वारा फाइनेंस्ड कार की कीमत का अनुपात है. शेष रकम बॉरोअर को डाउन पेमेंट के तौर पर खुद देनी होती है.

  • एलटीवी रेश्यो, बॉरोअर की जोखिम लेने की क्षमता और क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग हो सकते हैं.

  • डाउन पेमेंट ज्यादा देने की कोशिश करनी चाहिए इससे ब्याज लागत कम होती है.

  • अधिक डाउन पेमेंट करने से भी बेहतर डील और कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त करने में मदद मिल सकती है.

  • इस बात का ध्यान रखें कि ज्यादा डाउन पेंमेंट के चक्कर में आपकी वित्तीय प्लानिंग नहीं बिगड़नी चाहिए. नहीं तो आपको आगे चलकर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.


कितनी हो EMI



  • अगर आपके पास पर्याप्त रकम है तो फिर ओवरऑल ब्याज लागत को कम करने के लिए सबसे कम रिपेमेंट टेन्योर का विकल्प चुनना चाहिए.

  • अगर आपको लगता है कि आपके पास पर्याप्त रकम नहीं है तो फिर आपको अपने EMI के बोझ को कम करने के लिए लंबी अवधि का विकल्प चुनना चाहिए.


प्रोसेसिंग फीस



  • आमतौर पर कार लोन का प्रोसेसिंग चार्ज लोन रकम के 2% तक हो सकता है.

  • कई लेंडर त्योहारी सीजन के दौरान कार लोन के प्रोसेसिंग शुल्क को या तो कम कर देते हैं या माफ कर देते हैं.

  • कार लोन लेते वक्त प्रोसेसिंग फीस की जरूरी जांच करें.

  • इस बात की भी जांच कर लेनी चाहिए कि कहीं लेंडर प्रोसेसिंग फीस में कमी या छूट की भरपाई के लिए कोई उच्च शुल्क या ब्याज दर तो नहीं ले रहा है.


यह भी पढ़ें: 


Multibagger Stock Tips: 34 रुपये से 130 रुपये, इस स्टॉक ने एक साल में दिया 250 फीसदी से ज्यादा रिटर्न, क्या आपके पास है?


HDFC का मुनाफा 32 फीसदी बढ़ा, सिर्फ एक साल में निवेशकों को किया मालामाल, दिया बंपर रिटर्न!


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI