नई दिल्लीक्यों जरुरी है बीमा
बीमा आपके और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए सबसे सुरक्षित तरीका है, साथ हीं ये भविष्य में आपकी वित्तीय समस्या को भी सहज बनाता है. बीमा कराना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि यदि दुर्घनावश शख्स की मृत्यु हो जाए तो उस पर आश्रित परिवार जनों को कहीं भटकना न पड़े.


जीवन बीमा आपको मृत्यु, दिव्यांगता, रिटायरमेंट, बड़ी बीमारी आदि का कवरेज देता है. बीमा अवधि के भीतर यदि धारक की मृत्यु हो जाती है, तो एक निश्चित राशि उसके परिवार को दी जाती है.

अनचाहे नुकसान को करे कम

उपभोक्ता की जरुरत के हिसाब से अलग- अलग प्रकार के बीमा प्लान होते हैं. परिवार को सुरक्षित रखने और भविष्य में वित्तीय लाभ जैसी सुविधाओं की वजह से बहुत बड़ी संख्यां में भारत के लोग बीमा कराते हैं. जिस भी व्यक्ति का बीमा कराया जाता है.

यह आपके परिवार को किसी भी प्रकार के अनचाहे नुकसान को कवर करने का सबसे सुरक्षित तरीका उप्लब्ध कराता है. यह न केवल आपके परिवार को सुरक्षा कवर देता है बल्कि कई मायनों में भविष्य के लिए आपकी पूंजी को बढ़ाता है और सुरक्षित रखता है.

कैसे करें सही कंपनी का चुनाव

वर्तमान समय में भारत में बीमा कंपनियों की भरमार लग गई है, और इस भीड़ में आपकी जरुरत के हिसाब से सही कंपनी का पता लगाना बेहद मुश्किल हो गया है. इसमें जो सबसे महत्वपूर्ण बात है कि क्लेम प्रक्रिया का निपटारा कितनी जल्दी होता है.

किसी भी प्रकार की कंपनी जो आपको बीमा सेवा प्राप्त कराती है उनके नियम और शर्तों के बारे में गहराई से जांच कर लें साथ ही यह देख लें कि कंपनी क्लेम प्रक्रिया का निपटारा कितनी जल्दी करता है, सारे रिकार्ड को देख कर हीं बीमा कराएं.

इरडा के आदेशानुसार होगा जल्द निपटारा

बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण के आदेशानुसार एक साल से कम के बीमा क्लेम प्रक्रिया का निपटारा, बीमा कंपनियों को 15 दिनों के भीतर करना होगा और वार्षिक बीमा क्लेम प्रक्रिया का निपटारा 90 दिनों के भीतर करना होगा.

गैर वार्षिक बीमा का निपटारा बीमाधारक का मृत्यु प्रमाण- पत्र और एक सिंपल फार्म भर कर किया जा सकता है. पॉलिसी लेने के तीन साल के भीतर यदि बीमा कराने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उस क्लेम को वार्षिक क्लेम कहा जाता है.