Insurance for Electric Vehicle: आसमान छूती पेट्रोल-डीजल की कीमतों और बढ़ते प्रदूषण जैसी समस्याओं की वजह से इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर लोगों का ध्यान जा रहा है. सरकारें भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को खरीदने के लिए प्रोत्साहन दे रही हैं. ऐसे में अगर आप भी इलेक्ट्रिक व्हीकल के लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इसके इंश्योरेंस के बारे में भी विचार कर लेना चाहिए. आज हम आपको बताएंगे कि इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए इंश्योरेंस खरीदते वक्त किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए:-
कवरेज
- इलेक्ट्रिक व्हीकल डीजल-पेट्रोल गाड़ियों के मुकाबले महंगे हैं.
- इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए ऐसी पॉलिसी लेनी चाहिए, जो ज्यादा कवरेज देती हो.
- कॉम्प्रहेन्सिव कवरेज आपको थर्ड पार्टी लाइबिलिटीज और अपनी वजह से गाड़ी को हुए नुकसान( Own Damage) से बचाता है.
- OD कवरेज से दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, दंगों और आग की वजह से गाड़ी को हुए नुकसान या चोरी की स्थिति में रिपेयरिंग बिल में राहत मिल सकती है.
- पर्सनल एक्सीडेंट कवर में आपको शारीरिक चोट, आंशिक या पूर्ण विकलांगता या मौत के मामले में सिक्योरिटी कवर मिलता है.
इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू
- इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्युड जितना अधिक होगा प्रीमियम भी उतना ही होगा. हालांकि किसी नुकसान की स्थिति में ज्यादा IDV आपको ज्यादा क्षतिपूर्ति दिलवाता है.
- इलेक्ट्रिक व्हीकल महंगे होते हैं इसलिए ज्यादा IDV वाली पॉलिसी लेनी चाहिए.
प्रीमियम
- प्रीमियम का चुनाव ऐसे करें जिससे आपको इसे देने में कोई असुविधा न हो.
- प्रीमियम का चुनाव करते वक्त कवरेज से कोई समझौता नहीं करना चाहिए.
- पॉलिसी वह चुनें जो अर्फोडेबल प्रीमियम में ज्यादा से ज्यादा कवरेज दे सके.
क्लेम सेटलमेंट रेश्यो
- क्लेम सेटलमेंट रेश्यो पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
- ऐसी कंपनी से इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदनी चाहिए, जहां बगैर किसी अड़चन के क्लेम सेटलमेंट हो सके.
एड-ऑन
- इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय अतिरिक्त बेनिफिट्स यानी एड-ऑन भी जुड़वाए जा सकते हैं.
- एड-ऑन के लिए ज्यादा प्रीमियम अदा करना होता है.