Prosus: एडटेक कंपनी बायजू (Byju) के एक बड़े इनवेस्टर ने अपनी हिस्सेदारी बट्टे खाते में डाल दी है. इनवेस्टमेंट फर्म प्रोसस (Prosus) ने बायजू में लगभग 50 करोड़ डॉलर का निवेश किया था. अब उन्होंने बायजू की वैल्यूएशन को जीरो मानते हुए अपनी लगभग 9.6 फीसदी हिस्सेदारी राइट ऑफ कर दी है. प्रोसस ने बायजू के अलावा कई भारतीय स्टार्टअप में निवेश किया हुआ है. इनमें स्विगी (Swiggy), मीशो (Meesho) और एरुडिटस (Eruditus) शामिल हैं. संकट में फंसी बायजू के लिए यह बड़ा झटका है. प्रोसस के इस कदम से बायजू की वैल्यूएशन को तगड़ा झटका लगेगा.
प्रोसस ने 9.6 फीसदी हिस्सेदारी को बट्टे खाते में डाला
इनवेस्टमेंट फर्म प्रोसस ने सोमवार को घोषणा की कि उसने संकट में फंसी एडटेक कंपनी बायजू में अपनी 9.6 फीसदी हिस्सेदारी का मूल्य बट्टे खाते में डाल दिया है. नैस्पर्स के स्वामित्व वाली प्रोसस ने कहा कि इक्विटी इनवेस्टर्स की वैल्यू में आई कमी के चलते उन्हें यह फैसला लेना पड़ा है. फिलहाल बायजू गंभीर वित्तीय संकटों में फंसी हुई है. कभी 22 अरब डॉलर की वैल्यूएशन हासिल कर चुकी बायजू की वैल्यूएशन अब ज्यादातर इनवेस्टर्स की नजर में जीरो आंकी जाने लगी है. बायजू के फाउंडर बायजू रविंद्रन (Byju Raveendran) की नेट वर्थ भी फोर्ब्स बिलियनेयर लिस्ट (Forbes Billionaire Index) के अनुसार, जीरो हो चुकी है.
एचएसबीसी ने भी बायजू को दी थी जीरो वैल्यूएशन
प्रोसस ने नीदरलैंड में स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि चालू वर्ष में उसे 49.3 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है. हाल ही में बायजू ने 22.5 करोड़ डॉलर की वैल्यूएशन पर 20 करोड़ डॉलर का राइट्स इश्यू लाया था. यह कंपनी की वैल्यूएशन में 99 फीसदी गिरावट दर्शाता है. इससे पहले 21 मई को एचएसबीसी ने कहा था कि कई कानूनी मामलों और फंडिंग की कमी के बीच हम बायजू की हिस्सेदारी को शून्य मूल्य देते हैं.
बायजू को छोड़ चुके हैं कई बड़े अधिकारी
पिछले 12 महीनों में वित्तीय समस्याओं के साथ-साथ कंपनी के मैनजमेंट में भी बड़े बदलाव हुए हैं. अक्टूबर, 2023 में बायजू के सीएफओ अजय गोयल (Ajay Goel) ने कंपनी छोड़ दी थी. इस साल अप्रैल में कंपनी के इंडिया सीईओ अर्जुन मोहनन (Arjun Mohoan) ने भी अलविदा कह दिया था. पिछले महीने रजनीश कुमार (Rajnish Kumar) और टीवी मोहनदास पई (TV Mohandas Pai) ने भी बायजू सलाहकार परिषद को छोड़ने का ऐलान कर दिया था.
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