Byju Crisis: दिवालिया प्रक्रिया से खुद को बचाने की कोशिश में जुटी बायजू, खटखटाया NCLAT का दरवाजा
Byju: नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने कंपनी के कामकाज की देखरेख के लिए एक रेजोल्यूशन प्रोफेशनल तैनात कर दिया है. यह आदेश बीसीसीआई की याचिका पर आया है.
Byju: भारतीय कारोबार जगत में एडटेक फर्म बायजू (Byju's) की कहानी बेहद रोमांचक है. यह एक ऐसा स्टार्टअप है, जिसने कभी 22 अरब डॉलर की मार्केट वैल्यू हासिल कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था. फिर समय ने ऐसा पलटा खाया कि आज कंपनी दिवालिया प्रक्रिया के कानूनी पचड़ों में बुरी तरह से फंस चुकी है. कंपनी के पास न तो कैश बचा है और न ही लोगों को सैलरी देने लायक पैसा. उधर, कर्जदार अपने पैसे की वसूली के लिए कंपनी के गले में फंदा कसते जा रहे हैं. हाल ही में बीसीसीआई (BCCI) को 158 करोड़ रुपये न चुकाने पर एनसीएलटी ने बायजू के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू कर दी थी. अब इससे बचने के लिए कंपनी ने एनसीएलएटी का दरवाजा खटखटाया है.
बायजू ने जल्द से जल्द सुनवाई की मांग की
सूत्रों के हवाले से बिजनेस स्टैंडर्ड ने दावा किया है कि कैश संकट से जूझ रही बायजू ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के हालिया आदेश के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) का रुख किया है. एनसीएलटी ने एडटेक कंपनी के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने के लिए बीसीसीआई की याचिका को अनुमति दे दी थी. सूत्रों के मुताबिक, बायजू ने मांग की है कि याचिका पर तुरंत या 19 जुलाई को सुनवाई हो. एनसीएलएटी अगले हफ्ते मामले की सुनवाई कर सकता है.
बीसीसीआई को लेने हैं कंपनी से 158 करोड़ रुपये
एनसीएलटी ने बायजू की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (Think and Learn) को 158.90 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा दायर एक याचिका के आधार पर कॉरपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया (CIRP) में शामिल कर लिया था. बायजू के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि कंपनी एक महीने के भीतर पूरे 158 करोड़ रुपये जमा करने के लिए तैयार है. फिलहाल बायजू ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
बायजू रवींद्रन के हाथ से छिन गया कंपनी का कंट्रोल
एनसीएलटी के आदेश के चलते कंपनी के फाउंडर बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) ने बायजू का कंट्रोल खो दिया है. ट्रिब्यूनल ने कंपनी के कामकाज की निगरानी के लिए एक रेजोल्यूशन प्रोफेशनल पंकज श्रीवास्तव को नियुक्त किया है. पंकज श्रीवास्तव बायजू ऑफिस भी गए थे. इस फैसले से बायजू के लगभग 13,000 कर्मचारियों पर तलवार लटकने लगी है. बायजू ने अपनी सफलता के दिनों में टीम इंडिया की जर्सी को स्पांसर किया था. कंपनी का 20 करोड़ डॉलर का राइट्स इश्यू भी निवेशकों से विवाद के चलते फंसा हुआ है.
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