Byju’s Bankruptcy: संकट में फंसी एडटेक कंपनी बायजू (Byju’s) के सामने एक के बाद एक मुसीबतें आती जा रही हैं. एक दिन पहले ही निवेशकों ने बायजू के सीईओ बायजू रविंद्रन (Byju Raveendran) को बोर्ड से बाहर करने का प्रयास किया और अब कंपनी की अमेरिकी यूनिट बायजू अल्फा (Byju’s Alpha) ने दिवालिया होने की याचिका दाखिल कर इस संकट को और बढ़ा दिया है. एक दिन पहले ही खबर आई थी कि कंपनी के कर्मचारियों को जनवरी का वेतन भी मिलने में देरी होगी. 


बायजू अल्फा 1.2 अरब डॉलर का कर्ज चुकाने में असफल


एडटेक कंपनी बायजू अल्फा 1.2 अरब डॉलर का कर्ज चुकाने में असफल रही है. इसके चलते उसने दिवालियापन के लिए आवेदन दिया है. रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि वह फ्लोरिडा में एक हेज फंड पर केस करने की योजना बना रही है. हेज फंड पर बायजू की पेरेंट कंपनी को 50 करोड़ डॉलर कैश छिपाने में गलत तरीके से मदद करने का आरोप है. यह रकम कर्जदारों के पास जानी चाहिए थी.


कंपनी के पास मुकदमा लड़ने के लिए नहीं है पैसा 


मिंट के अनुसार, अदालत की तरफ से नियुक्त अल्फा इंक के सीईओ टिमोथी पोहल ने डेलवेयर कोर्ट में चैप्टर 11 के तहत दिवालियापन कार्यवाही शुरू की. इसमें कहा गया है कि कंपनी के पास मुकदमों से लड़ने के लिए पैसा नहीं है. दस्तावेज के अनुसार, अल्फा की संपत्ति 50 करोड़ डॉलर से 1 अरब डॉलर के बीच है. इसे कर्ज देने वालों की संख्या 100 से 199 के बीच है. 


बायजू रवींद्रन को हटाने के लिए शेयरहोल्डर्स की इमरजेंसी मीटिंग


गुरुवार को जनरल अटलांटिक, प्रोसस वेंचर्स, पीक एक्सवी और चान जकरबर्ग इनिशिएटिव सहित प्रमुख इनवेस्टर्स ने बायजू रवींद्रन सहित कंपनी के शीर्ष नेतृत्व को हटाने और बोर्ड को रीस्ट्रक्चर करने के लिए शेयरहोल्डर्स की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी. हफ्ते की शुरुआत में बायजू की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न (Think & Learn) प्राइवेट लिमिटेड ने अपने निवेशकों से करीब 20 करोड़ डॉलर जुटाने की कोशिश की थी. 


बायजू को मिल सकती है कुछ समय के लिए राहत 


विशेषज्ञों के अनुसार, अल्फा द्वारा दिवालिया याचिका दाखिल करने से बायजू को थोड़ी राहत मिल सकती है. इसके चलते बायजू को अमेरिका में इसके खिलाफ सभी कार्यवाही रोकने में मदद मिलेगी. चैप्टर 11 की याचिका तब की जाती है, जब कोई कंपनी वित्तीय जरूरतों और मुकदमों से बचने में असमर्थ होती है.


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