एडटेक कंपनी बायजूज की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कर्ज व वित्त के संकटों से जूझ रही कंपनी को अब एनसीएलटी से ताजा झटका लगा है, जिसने उसके दूसरे राइट्स इश्यू पर रोक लगा दी है और शेयरधारकों के मामले में यथास्थिति को बरकरार रखने के लिए कहा है.


यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश


एनसीएलटी ने 13 जून के अपने हालिया आदेश में बायजूज को साफ तौर पर कहा कि वह अपने मौजूदा शेयरधारकों और उनकी शेयरहोल्डिंग में कोई बदलाव नहीं कर सकती है. इसका मतलब हुआ कि कंपनी अपने प्रस्तावित राइट्स इश्यू को लेकर आगे नहीं बढ़ सकती है. एनसीएलटी का कहना है कि मुख्य याचिका पर जब तक सुनवाई नहीं हो जाती है, यथास्थिति को बनाए रखना है.


पिछले महीने खुला था इश्यू


बायजूज ने अपनी वित्तीय दिक्कतों को कम करने के लिए राइट्स इश्यू के जरिए पैसे जुटाने की योजना तैयार की थी. यह राइट्स इश्यू 13 मई को खुला था और 13 जून तक ओपन रहा था. एनसीएलटी का आदेश राइट्स इश्यू के अंतिम दिन आया है. बायजूज इससे पहले भी राइट्स इश्यू के जरिए पैसे जुटा चुकी है. यह उसका दूसरा राइट्स इश्यू था.


रकम का नहीं कर पाएगी इस्तेमाल


हालांकि अब एनसीएलटी के आदेश के बाद बायजूज के दूसरे राइट्स इश्यू पर रोक लग चुकी है. इस इश्यू में कंपनी ने आदेश आने से पहले तक जो भी फंड जुटाया है, वह उसका किसी भी काम में इस्तेमाल नहीं कर पाएगी. बायजूज को दूसरे राइट्स इश्यू से जुटाई गइ रकम को एक अलग बैंक अकाउंट में रखना होगा.


देने होंगे बैंक अकाउंट के डिटेल


बायजूज को इसके अलावा एस्क्रो बैंक अकाउंट के भी डिटेल जमा करने होंगे. एनसीएलटी ने कंपनी को उस एस्क्रो बैंक अकाउंट के डिटेल्स जमा करने को कहा है, जिसमें पहले राइट्स इश्यू के पैसे आए थे. कंपनी को पहले राइट्स इश्यू के खुलने से लेकर आदेश तक की तारीख तक के बैंक डिटेल देने होंगे. बायजूज का पहला राइट्स इश्यू 29 जनवरी को खुला था. डिटेल देने के लिए एनसीएलटी ने बायजूज को 12 जून से 10 दिनों का यानी 22 जून तक का समय दिया है.


अर्श से फर्श पर गिरी कंपनी


बायजूज एक समय भारतीय स्टार्टअप जगत का सबसे चमकता सितारा बन गई थी. 2022 की फंडिंग राउंड में 22 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन के बाद बायजूज भारत की सबसे वैल्यूएबल स्टार्टटप कंपनी भी बन गई थी. हालांकि अब हाल ऐसा है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को सैलरी तक दे पाने में संघर्ष कर रही है.


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