BYJU's Crisis: बायजूज पर 850 करोड़ का टैक्स बाकी, इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में सामने आए इतने क्लेम
BYJU's Insolvency Process: एक समय भारत की सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप कंपनी बनने वाली बायजूज अभी वित्तीय संकट में फंसी हुई है और दिवाला शोधन की प्रक्रिया से गुजर रही है...
एडटेक स्टार्टअप कंपनी बायजूज अभी इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही है. एक समय भारत की सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप कंपनी का दर्जा पाने में कामयाब हुई बायजूज के ऊपर कर्जदारों के अरबों डॉलर उधार हैं. कंपनी के ऊपर टैक्स डिपार्टमेंट ने भी 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा के टैक्स बकाए का दावा किया है.
इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में मंगाए जा रहे क्लेम
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में शुक्रवार को इसका दावा किया गया. रॉयटर्स का दावा है कि उसने यह आंकड़ा बायजूज की इनसॉल्वेंसी प्रोसेस से जुड़े दस्तावेजों को देखने के बाद निकाला है. एडटेक कंपनी को अभी कोर्ट के द्वारा नियुक्त रिजॉल्युशन प्रोफेशनल पंकज श्रीवास्तव के द्वारा चलाया जा रहा है. श्रीवास्तव इनसॉल्वेंसी की प्रक्रिया के तहत कर्जदाताओं, कर्मचारियों, वेंडरों और सरकार से बकाए के क्लेम मंगा रहे हैं.
टैक्स डिपार्टमेंट के 850 करोड़ रुपये बाकी
रिपोर्ट में इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया के दस्तावेजों के हवाले से बताया गया है- केंद्र सरकार के टैक्स डिपार्टमेंट ने बायजूज के ऊपर 18.7 मिलियन डॉलर के बकाये का दावा ठोका है. जबकि कर्नाटक के टैक्स डिपार्टमेंट ने कंपनी के ऊपर 82.3 मिलियन डॉलर के बकाए का दावा किया है. इस तरह टैक्स बकाए का कुल दावा 101 मिलियन डॉलर का हो जाता है. यह भारतीय करेंसी में करीब 850 करोड़ रुपये हो जाता है.
कंपनी के ऊपर टोटल इतने बकाए के दावे
इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया यानी आईबीबीआई के दस्तावेजों के अनुसार, बायजूज की ऑनगोइंग इनसॉल्वेंसी प्रक्रिया के तहत अब तक 1.5 बिलियन डॉलर से ज्यादा के बकाए के दावे सामने आए हैं. ये दावे 1,887 क्रेडिटर्स ने किए हैं. अभी इनमें से ज्यादातर दावों की समीक्षा की जा रही है.
एक समय इतनी हो गई थी कंपनी की वैल्यू
बायजूज एक समय भारत की सबसे मूल्यवान स्टार्टअप कंपनी बन गई थी और उसे स्टार्टअप की दुनिया का चमकता सितारा माना जा रहा था. एडटेक कंपनी की वैल्यू ने 2022 में 22 बिलियन डॉलर का शिखर छू दिया था. बाद में कंपनी एक के बाद एक संकटों में फंसती चली गई. सिर्फ अमेरिका के उसके कर्जदाताओं ने कंपनी से 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा के बकाए कर्ज की डिमांड की है. अभी फिलहाल कंपनी के एसेट पर फ्रीज लगा हुआ है.
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