Semiconductor: भारत में लगेगी एक और सेमीकंडक्टर यूनिट, देश की पहली चिप 2025 में बनेगी
Cabinet Briefing Live: केंद्र सरकार ने गुजरात के साणंद में लगने जा रही इस यूनिट को मंजूरी दे दी है. यह सेमीकंडक्टर प्लांट कायनेस सेमीकॉन द्वारा लगाया जाएगा.
Cabinet Briefing Live: भारत सरकार ने देश में एक और सेमीकंडक्टर यूनिट को मंजूरी दे दी है. यह प्लांट गुजरात के साणंद में लगाया जाएगा. केंद्र सरकार ने कहा है कि देश की पहली सेमीकंडक्टर चिप (Semiconductor Chip) साल 2025 के मध्य में बनने लगेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक के दौरान सोमवार को इस सेमीकंडक्टर यूनिट को मंजूरी मिली है. यह प्लांट कायनेस सेमीकॉन (Kaynes Semicon) द्वारा लगाया जाएगा. इसे भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम (Semiconductor Ecosystem) तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
कायनेस सेमीकॉन इस प्लांट पर 3,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी
सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कायनेस सेमीकॉन इस सेमीकंडक्टर प्लांट पर लगभग 3,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. कंपनी का दावा है कि वह अपने प्लांट से रोजाना 60 लाख चिप बना सकेगी. इस प्लांट में बनने वाले चिप इंडस्ट्रियल, ऑटो सेक्टर, इलेक्ट्रिक वेहिकल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम, मोबाइल फोन समेत कई जगह इस्तेमाल किए जाएंगे. भारत सरकार ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास के लिए प्रोग्राम 21 दिसंबर, 2021 को शुरू किया था. यह प्रोग्राम लगभग 76,000 करोड़ रुपये का है.
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और सीजी पावर भी लगा रहे सेमीकंडक्टर यूनिट
केंद्रीय सरकार ने जून, 2023 में गुजरात के साणंद में सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने के पहले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद फरवरी, 2024 में तीन और सेमीकंडक्टर यूनिट को मंजूरी मिल गई थी. इनमें टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) गुजरात के धोलेरा और असम के मोरीगांव में एक सेमीकंडक्टर यूनिट लगा रही है. हाल ही में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने प्लांट का भूमिपूजन कार्यक्रम भी किया था. इसके अलावा सीजी पावर (CG Power) भी गुजरात के साणंद में एक सेमीकंडक्टर यूनिट लगा रही है. इन सभी का दावा है कि वह 2025 में अपना प्रोडक्शन शुरू कर देंगे.
सेमीकंडक्टर सेक्टर में 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश से पैदा होंगे लाखों जॉब
इन सभी सेमीकंडक्टर यूनिट का काम तेजी से चल रहा है. ये सभी यूनिट लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश सेमीकंडक्टर सेक्टर में करने वाली हैं. इनकी कुल प्रोडक्शन क्षमता लगभग 7 करोड़ चिप रोजाना की होगी. इसके अलावा ये सेमीकंडक्टर यूनिट लाखों डायरेक्ट एवं इनडायरेक्ट जॉब भी पैदा करेंगे.
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