Hindustan Zinc Stake Sale: भारत सरकार ने हिंदुस्तान जिंक में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया कि सरकार  Hindustan Zinc में अपनी 29.54 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. 


सरकार बेचेगी हिंदुस्तान जिंक में अपनी हिस्सेदारी
माना जा रहा है कि  हिंदुस्तान जिंक ( Hindustan Zinc) में केंद्र सरकार 29.54 फीसदी की अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगी. सरकार की हिस्सेदारी का वैल्युएशन 40,000 करोड़ रुपये के करीब आंका जा रहा है. पहले हिंदुस्तान जिंक ( Hindustan Zinc) सरकारी कंपनी हुआ करती थी. लेकिन 2002 में सरकार ने 26 फीसदी हिस्सेदारी अनिल अग्रवाल के वेंदाता ग्रुप को बेच दिया था.  बाद में अनिल अग्रवाल की कंपनी में हिस्सेदारी बढ़कर 64.92 फीसदी हो गई. अब सरकार अपनी बची 29.54 फीसदी हिस्सेदारी भी बेचना चाह रही है जिससे विनिवेश के टारगेट को पूरा किया जा सके. माना जा रहा है आने वाले दिनों में सरकार आईटीसी में भी अपनी 7.91 फीसदी हिस्सेदारी को बेच सकती है. 


हिंदुस्तान जिंक के शेयर में उछाल
कैबिनेट के इस फैसले के बाद  हिंदुस्तान जिंक ( Hindustan Zinc) का शेयर 7 फीसदी के उछाल के साथ 318 रुपये तक जा पहुंचा. फिलहाल शेयर 4.89 फीसदी की तेजी के साथ 310 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.  हिंदुस्तान जिंक ( Hindustan Zinc) देश की सबसे बड़ी जिंक, लीड और सिल्वर उत्पादन करने वाली कंपनी है. 


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