स्वास्थ्य मंत्रालय ( Ministry of Health and Family Welfare) ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये ट्वीट कर लोगों से अपील किया है कि वे त्योहारों के इस सीजन में कोरोना से बचाव के लिये ऑनलाइन खरीदारी करें. लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय का ये नसीहत कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स को नागवार गुजरा है. CAIT ( Confederation of All India Traders) ने स्वास्थ्य मंत्री मंनसुख मंडाविया ( Mansukh Mandaviya) को पत्र लिखकर मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से किये गये इस ट्वीट पर आपत्ति जाहिर की है. और इस विज्ञापन के जरिये चलाये जा रहे मुहिम को फौरन वापस लेने की मांग की है. CAIT के मुताबिक ये विज्ञापन 8 करोड़ छोटे कारोबारियों के हिंतों के खिलाफ है जो देश सेवा में जुटे हैं, और छोटे कारोबारियों के खिलाफ ऐसा कोई कोई भी अभियान देश का संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. 


CAIT के प्रेसीडेंट बी सी भारतिया और सेक्रेटरी जनरल प्रवीण खंडेलवाल ( Praveen Khandelwal) ने स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया से कहा है कि देश के ऑनलाइन कारोबार पर विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों का कब्जा  है जिन्होंने देश के नियम कानून की अवेहलना करने की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के इस विज्ञापन से विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों को मन मर्जी करने के लिये बढ़ावा मिलेगा। और ये ना केवल ट्रेडर्स के हितों के खिलाफ है बल्कि उपभोक्ताओं के भी भी हक में नहीं है. 


CAIT ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय का ऐसा कदम अत्यधिक अपमानजनक है, अभियान का मसौदा तैयार करते समय, इन ज्वलंत मुद्दों को नजरअंदाज कर दिया गया था जो ऑफ़लाइन व्यापार समुदाय के लिए बहुत विनाशकारी साबित करने और देश के खुदरा विक्रेताओं को हतोत्साहित करने का प्रयास है। कोविड के समय सरकार के साथ मजबूती से खड़े रहने वाले ऑफलाइन ट्रेडर्स की घोर उपेक्षा की गई है.