Canada Robbery: कनाडा की सबसे बड़ी चोरी से चौंकी थी दुनिया, गिरफ्तार हुए आरोपियों में 2 भारतीय भी शामिल
Canada Robbery: कनाडा की अब तक की सबसे बड़ी चोरी में एक साल बाद दो भारतीय मूल के लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
Canada Robbery: कनाडा में पिछले साल देश की सबसे बड़ी सोने की और विदेशी मुद्रा की चोरी को अंजाम दिया गया था जिसमें अब दो भारतीय मूल के लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है. इस डकैती में चोरों ने कुल 400 किलोग्राम सोना, जिसकी कीमत 20 मिलियन डॉलर कनाडाई डॉलर थी उसे टोरंटो एयरपोर्ट से चुरा लिया था. अब इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कुल छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार हुए छह लोगों में से दो भारतीय मूल के हैं. पुलिस ने अपनी जांच में यह पाया है कि चोरों ने नेटफ्लिक्स सीरीज मनी हाइस्ट से चोरी की प्रेरणा ली थी.
क्या है पूरा मामला?
कनाडा के सबसे बड़े एयरपोर्ट टोरंटो एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल 2023 को देश की सबसे बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया था. इस चोरी में चोरों ने कुल 6600 सोने की छड़ें की चोरी की थी जिसकी कीमत 20 मिलियन कनाडाई डॉलर थी. इसके साथ ही इस चोरी में विदेशी मुद्रा को भी चोर अपने साथ ले गए थे. पिछले एक साल से कनाडा पुलिस मामले की जांच कर रही थी. इस मामले में वह अमेरिका की पुलिस की मदद ले रही थी. चोरी की घटना के लगभग एक साल बाद कनाडा और अमेरिका की पुलिस को मामले में बड़ी सफलता मिली है. गिरफ्तार किए गए छह लोगों में से पांच की गिरफ्तारी कनाडा से हुई है. वहीं एक व्यक्ति को अमेरिका के पेंसिल्वेनिया राज्य से गिरफ्तार किया गया है.
इन भारतीय मूल के लोगों का नाम आया सामने
कनाडा पुलिस द्वारा मामले में गिरफ्तार हुए कुल छह आरोपियों में से दो भारतीय मूल के हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 54 वर्षीय परमपाल सिद्धू जो की एयर कनाडा का कर्मचारी है उसे भी गिरफ्तार किया गया है. वहीं एक और भारतीय भूल का कनाडाई नागरिक 40 साल के अमित जलोटा का नाम भी इस चोरी में सामने आया है. इस मामले में एक और भारतीय भूल के एयर कनाडा के पूर्व कर्मचारी 31 साल के सिमरन प्रीत पनेसर की तलाश जारी है.
कैसे दिया चोरी को अंजाम
17 अप्रैल को स्विस बैंक-रायफिसेन और वालकैम्बी द्वारा 400 किलोग्राम सोने की छड़ें और विदेशी करेंसी को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख से कनाडा के टोरंटो ले जाया गया था. टोरंटो में शिपमेंट की सुरक्षा का जिम्मा स्विस बैंक ने मियामी की कंपनी ब्रिंक को सौंपा था. इन सोने की छड़ों को बैंक ने एयरपोर्ट के स्टोरेज डिपो में रखा था. मगर, सोने की छड़ें पहुंचने के तीन घंटे के बाद एक अज्ञात व्यक्ति नकली डॉक्यूमेंट्स दिखाकर सोना ले गया. जब रात के वक्त असली ब्रिंक कर्मचारी सोना लेने आया तब करोड़ों डॉलर की हुई इस चोरी का खुलासा हुआ. ब्रिंक का कहना है कि एयर कनाडा के कर्मचारी ने नकली डॉक्यूमेंट्स पर कर्मचारी को शिपमेंट दे दिया. जांच में एयर कनाडा के दो कर्मचारी के भी चोरी में शामिल होने की बात भी सामने आई है.
चोरों ने नेटफ्लिक्स सीरीज मनी हाइस्ट से ली चोरी की प्रेरणा
पिछले एक साल में जांच में जुटी कनाडा और अमेरिका की पुलिस को अब इस मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस मामले में पुलिस ने कुल नौ लोगों को आरोपी बनाया है जिसमें से छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं बाकी तीन लोगों की तलाश पुलिस को अब भी है.गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ करने पर पता चला है कि चोरों को चोरी करने की प्रेरणा नेटफ्लिक्स सीरीज मनी हाइस्ट से मिली थी.
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