India-Canada Tension: भारत-कनाडा के रिश्तों में खटास का इन कंपनियों पर हो सकता है असर, कनाडाई पेंशन फंड का है भारी भरकम निवेश
Canada Pension Fund: एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध कई कंपनियों में कनाडा पेंशन फंड का भारी भरकम निवेश है, जिसका वैल्यूएशन करीब एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है.
Canada Investment In India: भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास पैदा हो चुका है. लेकिन आप ये जानकार हैरान हो जायेंगे कि कनाडा पेंशन फंड का भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश है. कोटक महिंद्रा बैंक से लेकर इंडस टावर और स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड न्यू एज टेक कंपनी नायका, जोमैटो, पेटीएम और डेल्हीवेरी में भी कनाडा के पेंशन फंड का मोटा निवेश है.
कनाडा पेंशन प्लान इंवेस्टमेंट बोर्ड (CPPIB) के पास देश की दिग्गज निजी बैंक कोटक महिंद्रा बैंक में निवेश है. बैंक में कनाडा पेंशन फंड का 2.68 फीसदी स्टेक है जिसका वैल्यूएशन 9600 करोड़ रुपये के करीब है. कोटक महिंद्रा बैंक का स्टॉक बुधवार 20 सितंबर 2023 को 0.49 फीसदी की गिरावट के साथ क्लोज होकर 1789.45 रुपये पर बंद हुआ है. लॉजिस्टिक कंपनी डेल्हीवरी की 6 फीसदी हिस्सेदारी है जिसका वैल्यूएशन 1,880 करोड़ रुपये से ज्यादा है. इस तनाव के बावजूद डेल्हीवरी का स्टॉक बुधवार के सत्र में 0.81 फीसदी के उछाल के साथ 430.95 रुपये पर बंद हुआ है. मोबाइल टावर कंपनी इंडस टावर में भी कनाडा पेंशन फंड का निवेश है. कंपनी में उसी 2.18 फीसदी हिस्सेदारी है जिसका वैल्यूएशन 1100 करोड़ रुपये के करीब है.
न्यू एज टेक कंपनियों में पेटीएम (Paytm) में भी कनाडा पेंशन फंड का निवेश है. पेटीएम में 1.76 फीसदी हिस्सेदारी है जिसका वैल्यूएशन 973 करोड़ रुपये है. नायका (Nykaa) की कनाडा पेंशन फंड के पास 1.47 फीसदी स्टेक है जिसका वैल्यूएशन 630 करोड़ रुपये और जोमैटो (Zomato) में 2.37 फीसदी स्टेक है जिसका वैल्यू 2100 करोड़ रुपये के करीब है. कनाडा पेंशन फंड ने देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) विप्रो (Wipro) में भी भारी भरकम निवेश किया हुआ है तो दूसरी बड़ी निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक में भी उसका निवेश है.
निज्जर की हत्या पर ट्रूडो ने लगाए आरोप जस्टिन ट्रडो ने कनाडा के संसद में भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया था जिसे भारत सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया. लेकिन ट्रूड्रो के इस बयान के बाद से दोनों देशों के खींचतान चल रही है.
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