कार कंपनियों ने लॉकडाउन के दौरान कर्मचारियों की सैलरी में कोई कटौती नहीं की और अब जब डिमांड बढ़ती दिख रही है तो ये उनका वेतन बढ़ा रही हैं और प्रमोशन कर रही हैं. कई बड़ी कार कंपनियों ने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया है.


इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक टोयोटा किर्लोस्कर ने अपने उन कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया है, जो यूनियन में शामिल नहीं हैं. हुंडई ने अपने फैक्टरी वर्कर्स का वेतन बढ़ाया है और अब वह अधिकारियों का लिए यही फैसला लेने जा रही है. खबर है कि देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी भी जल्द ही बोनस और इंसेंटिव बांटने वाली है. एमजी मोटर्स भी जल्द ही वेतन बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है. होंडा, टोयोटा और रेनो ने अपने कर्मचारियों का चार से चौदह फीसदी तक वेतन बढ़ाया है.   अब तक लगभग दस कार कंपनियों ने अपने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया है. कुछ कंपनियां वेतन तो नहीं बढ़ा रही हैं लेकिन वे कर्मचारियों का उनका प्रमोशन और प्रमोशन लिंक्ड बोनस दे रही हैं.


कार कंपनियों  की बिक्री में इजाफा


दरअसल कार कंपनियों को लॉकडाउन के बाद लोगों के वाहनों के चयन की प्राथमिकता का फायदा मिल रहा है. अब लोग सार्वजनिक वाहनों की तुलना में अपनी गाड़ियों से सफर करना पसंद कर रहे हैं. इसलिए कारों की बिक्री प्री लॉकडाउन की बिक्री के 85 फीसदी तक पहुंच चुकी है. कंपनियों को बढ़ी बिक्री का फायदा मिल रहा है. मांग बढ़ने की वजह  से कार कंपनियां अपने स्किल्ड मैन पावर को बरकरार रखना चाह रही हैं. यही वजह है कि बिक्री में गिरावट और नुकसान होने के बावजूद आगे की बिजनेस संभावनाओं के मद्देनजर कर्मचारियों का बोनस बढ़ाया  जा रहा है और उन्हें प्रमोशन भी दिया जा रहा है. जल्दी ही कुछ और कंपनियां वेतन बढ़ा सकती हैं.