नई दिल्ली: लगातार 11 महीने की गिरावट के बाद अक्टूबर 2019 में घरेलू बाजार में पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 0.28 फ़ीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2019 में घरेलू बाजार में 2,85,027 कारों की बिक्री हुई है जबकि अक्टूबर 2018 में 2,84,223 कारों की बिक्री हुई थी. हालांकि अक्टूबर 2019 में पैसेंजर कारों की बिक्री में 6.34 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वही यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में अक्टूबर 2019 में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 22.22 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके अलावा वैन श्रेणी में कारों की बिक्री 35.08 फ़ीसदी घटी है.
कार को छोड़कर सभी श्रेणियां धड़ाम
अक्टूबर के बिक्री आंकड़े कार बाजार के लिहाज से भले ही राहत भरे हों. लेकिन बाकी सभी श्रेणियां जैसे वाणिज्यिक वाहन तिपहिया वाहन और दुपहिया वाहन को लगातार 12 महीने भी कोई राहत बिक्री के मोर्चे पर नहीं मिली है. वाणिज्यिक वाहनों तिपहिया वाहनों और दुपहिया वाहनों की बिक्री लगातार 12 वे महीने गिरी है. अक्टूबर 2019 में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 23.31 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. दुपहिया वाहनों की बिक्री घरेलू बाजार में अक्टूबर 2019 के दौरान 14.43 फ़ीसदी कम रही है. सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के प्रेसिडेंट राजन वडेरा ने बताया कि पिछले त्योहारी मौसम के मुकाबले इस त्योहारी मौसम में रिटेल बिक्री बेहतर रही है. इसकी मुख्य वजह नए मॉडल का लांच होना और फाइनेंस की बेहतर सुविधा उपलब्ध होना है. ग्राहकों का सकारात्मक रुख होने के चलते आने वाले नवंबर और दिसंबर के दौरान भी बिक्री पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बेहतर रहने की उम्मीद है.
दुपहिया वाहन चिंता का विषय
बिक्री के तमाम आंकड़ों के बीच चिंता अभी भी सबसे ज्यादा दुपहिया वाहनों को लेकर है. अक्टूबर 2019 में दुपहिया वाहनों की बिक्री अक्टूबर 2018 के मुकाबले 14.43 फ़ीसदी गिरी है. दरअसल दुपहिया वाहनों की बिक्री को सीधे तौर पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जोड़कर देखा जाता है. ऐसे में लगातार 12 महीने दुपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट के आंकड़े चिंताजनक है. इस बारे में सियाम के प्रेसिडेंट राजन वडेरा ने कहा कि इस बार कुछ राज्यों में अक्टूबर तक बाढ़ के हालात थे. इसके अलावा कई राज्यों में किसानों की फसलें तबाह हुई थी. ऐसे में हमें उम्मीद है कि अब आने वाले महीनों के दौरान दुपहिया वाहनों की बिक्री ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ेगी.