इस साल कारों की बिक्री रहेगी सबसे ज्यादा, नई लॉन्चिंग से मिलेगी और रफ्तार
भारत में इस साल नए प्रोडक्ट की लांचिंग दिख सकती है. आर्थिक रिकवरी में रफ्तार, कोविड वैक्सीनेशन और पर्सनल मोबिलिटी में रफ्तार की वजह से इस साल भारत का पैसेंजर मार्केट में ग्रोथ की संभावना अच्छी दिख रही है.
देश में पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री की रफ्तार पिछले साल के सभी रिकार्ड तोड़ सकती है. लगातार दो साल तक वाहनों की बिक्री में गिरावट की वजह से 2021 में गाड़ियों की बिक्री को लो बेस का फायदा मिलेगा. दरअसल कोरोना संक्रमण वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन का असर पूरी दुनिया के दस टॉप पैसेंजर व्हिकल्स मार्केट पर पड़ा है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. लेकिन कोविड-19 के बाद भारत पैसेंजर व्हिकल्स की बिक्री के मामले में टॉप मार्केट में शुमार हो सकता है.
कई एजेंसियों ने लगाया है बिक्री में रफ्तार का अनुमान
भारत में इस साल नए प्रोडक्ट की लांचिंग दिख सकती है. आर्थिक रिकवरी में रफ्तार, कोविड वैक्सीनेशन और पर्सनल मोबिलिटी में रफ्तार की वजह से इस साल भारत की पैसेंजर गाड़ी मार्केट में ग्रोथ की संभावना अच्छी दिख रही है. आईएचएस मार्किट, जेटो डायनेमिक्स, क्रेडिट सुइस और नोमुरा के विश्लेषकों के मुताबिक 2021 में पैसेंजर गाड़ियों के मार्केट में 23 से 32 फीसदी की रफ्तार की उम्मीद है. जेटो डायनेमिक्स का कहना है कि यह मार्केट 28 से 31 फीसदी की रफ्तार से बढ़ सकता है.
इस साल 56 प्रोडक्ट हो सकते हैं लॉन्च
मार्केट विश्लेषकों का कहना है कि इस साल न्यू लॉन्चिंग की वजह से पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री की रफ्तार मिल सकती है. वाहन निर्माता इस साल 56 नए प्रोडक्ट लॉन्च कर सकते हैं. इस बार फॉक्सवैगन समेत देश की टॉप सात वाहन निर्माता कंपनियां अपने मॉडल लॉन्च कर सकती हैं. इस बीच, दिसंबर 2020 में पहली बार (पिछले एक साल के दौरान) वाहनों की रिटेल बिक्री में बढ़त दर्ज हुई है. फेस्टिवल सीजन और रुकी हुई डिमांड की वजह से बिक्री में यह इजाफा दर्ज किया गया है.
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