Card Payments: भारत में कार्ड पेमेंट का मार्केट 728 अरब डॉलर के पार होगा, जानें कब तक हासिल हो जाएगी ये उपलब्धि
Card Payments Growth: देश में डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ अन्य कार्ड्स के जरिए होने वाले पेमेंट्स की संख्या में जोरदार बढ़ोतरी हुई है. इसके पीछे देश में बदलते पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर का हाथ जरूर है.
Card Payments: भारत में कार्ड पेमेंट यानी डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या प्रीपेड कार्ड के पेमेंट में बेतहाशा इजाफा देखा जा रहा है. इसमें आने वाले 4 सालों में अभूतपूर्व ग्रोथ देखे जाने की उम्मीद है. साल 2022 के 262.1 अरब डॉलर के कार्ड पेमेंट का आंकड़ा साल 2027 में बढ़कर 728.2 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है. एक डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबल डेटा के मुताबिक ये आंकड़ा सामने आया है. कंपनी के मुताबिक बढ़ती हुई कंज्यूमर खर्च की प्रवृत्ति के कारण इसमें ये तेजी देखी जा सकती है.
साल 2022 में कार्ड पेमेंट्स में दिखी जोरदार ग्रोथ
ग्लोबल डेटा के पेमेंट कार्ड एनालिटि्स ने इस बात का खुलासा किया है कि साल 2022 में भारत में कार्ड पेमेंट की ग्रोथ तेजी से बढ़ी है और इसमें 26.2 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है. इसे देश की सुधरती हुई आर्थिक परिस्थितियों से मदद मिली है. इतना ही नहीं ये ट्रेंड साल 2023 में भी जारी रहने की उम्मीद है और इन कार्ड पेमेंट्स में 28.6 फीसदी की मजबूती के साथ 337.2 अरब डॉलर के कार्ड पेमेंट्स साल 2023 में देखे जा सकते हैं.
भारत की अर्थव्यवस्था में दिख रहा बदलाव
भारत की इकोनॉमी जो कि मुख्य तौर से कैश बेस्ड या नकदी के आधार पर चलने वाली अर्थव्यवस्था है, इसमें अब बदलाव देखा जा रहा है. ये देश में पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर के मजबूत और बेहतर होने का परिणाम है जो कि वित्तीय संस्थानों की कोशिशों के फलस्वरूप हुआ है. इसके अलावा देश में बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा फाइनेंशियल इंक्लूजन के साथ कैशलेस पेमेंट्स को बढ़ावा देने की कोशिश का नतीजा है. ग्लोबल डेटा की रिसर्च के आधार पर ये निष्कर्ष निकलकर सामने आया है.
कोविडकाल के बाद मुख्य रूप से कार्ड पेमेंट्स में दिखी बढ़ोतरी
कोविडकाल के बाद होने वाली रिकवरी में मुख्य रूप से कार्ड पेमेंट्स में इजाफा हुआ और खास तौर पर इसमें डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड्स से होने वाले पेमेंट्स का हाथ रहा. साल 2021 में ये 53 फीसदी की दर से ग्रोथ हासिल कर चुका है और इसके अगले साल यानी 2022 में ये ग्रोथ 46.7 फीसदी की रही. कंज्यूमर प्रमुख तौर पर ट्रेवल, रहना, खाना-पीना, ट्रांसपोर्टेशन आदि के लिए कार्ड के जरिए पेमेंट्स का चलन तेजी से बढ़ा है. इसके पीछे लॉयल्टी प्रोग्राम्स और रिवॉर्ड बेनेफिट्स जैसे डिस्काउंट और इंस्टॉलमेंट की सुविधाएं आदि का भी बड़ा सपोर्ट रहा है जिससे क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए होने वाले ट्रांजेक्शन्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है. ये ग्रोथ साल 2023 में भी जारी रहने की उम्मीद है जिसके जरिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड पेमेंट्स आदि की वृद्धि की रफ्तार 38.1 फीसदी पर रहने की उम्मीद है.
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