Cashfree Layoffs: साल 2023 में भी छंटनी का सिलसिला जारी है. देश में ऑनलाइन पेमेंट सर्विस (Online Service Service) देने वाली स्टार्टअप कंपनी कैशफ्री (Cashfree) ने छंटनी का फैसला लिया है और अपने 60 से 80 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. कंपनी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह फैसला उसने ऑर्गनाइजेशन के रिस्ट्रक्चरिंग (Organisation Structuring) के लिए लिया है. क्रैशफ्री (Cashfree Layoffs) ने पिछले कुछ हफ्तों में अपने 6 से 8 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. यह कंपनी एक बेंगलुरु का स्टार्टअप (Startup) है जो कॉस्ट कटिंग के लिए अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही है.
कंपनी ने कॉस्ट कटिंग के लिए की छंटनी
ध्यान देने वाली बात ये है कि पिछले कुछ सालों में क्रैशफ्री कंपनी में होने वाली सबसे बड़ी छंटनी में से एक है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक Cashfree ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया है कि बाजार के बिजनेस के अनुसार कैशफ्री समय-समय पर अपने प्रदर्शन का आकलन करती है. ऐसे में कुछ कर्मचारियों को एक सेक्शन से दूसरे सेक्शन में ट्रांसफर किया जाता है और इसी दौरान कंपनी ने कॉस्ट कटिंग करने के लिए कुछ कर्मचारियों की छंटनी की है.
कई स्टार्टअप ने कर्मचारियों की है छंटनी
आपको बता दें कि कैशफ्री ने इस छंटनी की प्रक्रिया में अपने 6 से 8 फीसदी वर्कफोर्स तो नौकरी से निकाल दिया है. कैशफ्री के अलावा देश के कई स्टार्टअप ने अपने कर्मचारियों की छंटनी की है. यह कंपनियां है बायजूस, अनएकेडमी, लीड, स्विगी, वेदांतु आदि है. साल 2023 की शुरुआत मंदी के साए में हुई है. साल 2022 में भी कई बड़ी कंपनियों जैसे ट्विटर (Twitter), फेसबुक (Facebook) की पेरेंट कंपनी मेटा, अमेजन (Amazon), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी की है.
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