नई दिल्लीः आयकर विभाग को कहा गया है कि स्वच्छ धन अभियान (ऑपरेशन क्लीन मनी) के तहत टैक्सपेयर्स को कोई चेतावनी या कारण बताओ नोटिस न दिया जाए. ना ही किसी तरह की धमकी उन्हें दी जाए. आज केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड-सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने टैक्स ऑफिसर्स से यह पक्का करने को कहा है कि (ऑपरेशन क्लीन मनी) के तहत जिन लोगों से संपर्क किया गया है उन्हें आगे की कार्रवाई के तहत धमकी या कारण बताओ नोटिस नहीं दिया जाए. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सभी फील्ड अधिकारियों को सख्त आदेश हैं कि वे केवल ऑनलाइन पूछताछ ही कर सकते हैं.
क्या है सीबीडीटी की निर्देश पुस्तिका की मुख्य बातें
- इसमें कहा गया है कि पहचान किए गए व्यक्ति के साथ केवल ऑनलाइन कम्यूनिकेशन (संचार) बहुत ही नम्र भाषा में बिना किसी धमकी या चेतावनी के करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
- ज्यादा पैसे जमा कराने वाले जिन लोगों की पहचान हुई है उनके सत्यापन के प्रोसेस में ऑनलाइन कॉरोस्पेंडेंस की भाषा नरम हो, इसमें धमकी या चेतावनी जैसा कुछ ना हो. आयकर विभाग इन लोगों को किसी तरह का कारण बताओ नोटिस भी नहीं दे सकता है.
- यह भी एकदम साफ तौर पर लिखा है कि स्वच्छ धन अभियान के तहत सत्यापन के दायरे में आने वाले किसी व्यक्ति के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के किसी ऑफिस में किसी भी तरह पर्सनल रूप से पेश होने की जरूरत नहीं है.
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज ने कहा कि टैक्सपेयर्स के साथ टेलीफोन पर पूछताछ को भी टालने की कोशिश होनी चाहिए और सभी जानकारी ऑनलाइन माध्यम से लेने की कोशिश होनी चाहिए.
- टैक्स ऑफिसर्स को कहा गया है कि यह सिर्फ शुरआती अटेस्टेशन प्रोसेस है और इसमें सवाल तार्किक और सीमित होने चाहिए. इस बारे में 8 पेज की निर्देश-पत्रिका निकाली है जिसमें सीबीडीटी ने मामला देखने वाले अधिकारियों से इस बारे में उनके सीनियर ऑफिसर्स को भी पूरी जानकारी देकर रखने का निर्देश दिया है.
क्या है ऑपरेशन क्लीन मनी?
केंद्र सरकार ने देश में नोटबंदी के बाद कालेधन को जड़ से खत्म करने के लिए स्वच्छ धन अभियान चलाया है. इसके तहत मोटी रकम बैंकों में जमा कराने वाले उन व्यक्तियों से पूछा जा रहा है कि उनके नोटबंदी के बाद जमा कराए गए पैसे का जरिया क्या है और जमा कराया गया पैसा उन्हीं का है या नहीं? इसके साथ जमा कराए गए ज्यादा पैसे के बारे में कुछ और जानकारी भी इसी स्वच्छ धन अभियान के तहत ली जा रही है.
इनकम टैक्स विभाग ने ऐसे 18 लाख लोगों को एसएमएस और ई-मेल भेजे हैं, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान 5 लाख रुपये से अधिक की संदिग्ध राशि बैंक खातों में जमा की है. क्लीन मनी ऑपरेशन के तहत 15 फरवरी तक करीब 7 लाख लोगों ने ई फाइलिंग पोर्टल पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें से 99 फीसदी आंकड़े सही पाए गए. सीबीडीटी ने पहली बार इस ऑपरेशन के तहत कार्रवाई करने के लिए ऑफिशियल गाइडलाइंस जारी की हैं. सीबीडीटी ने इस अभियान को स्वच्छ धन अभियान का नाम दिया है.
सीबीडीटी जिसे आयकर विभाग के नीति बनाने वाले निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के तौर पर भी जाना जाता है. माना जा रहा है कि इसने ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत आयकर दाताओं को किसी तरह की मानसिक परेशानी से बचाने के लिए ऐसा निर्देश जारी किया है.