नीरव मोदी और चोकसी को सीबीआई ने फिर सम्मन भेजा
गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर चोकसी ने जवाबी पत्र में कहा है कि उसका पासपोर्ट निलंबित होने और उसके खराब स्वास्थ्य के चलते उसके लिए भारत लौटना और जांच से जुड़ना असंभव है.
नई दिल्लीः केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अरबपति नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी को यथाशीघ्र जांच से जुड़ने के लिए आज फिर सम्मन भेजा है. सीबीआई ने दोनों को साफ किया कि जांच एजेंसी के साथ सहयोग करना उनका दायित्व बनता है. जांच एजेंसी ने 19, 23 और 28 फरवरी को सम्मन भेजा था और उनसे जितना जल्दी हो सके जांच से जुड़ने को कहा था. उन्हें सात मार्च को पेश होने को कहा गया था.
गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर चोकसी ने सात पन्नों के अपने जवाबी पत्र में कहा है कि उसका पासपोर्ट निलंबित होने और उसके खराब स्वास्थ्य के चलते उसके लिए भारत लौटना और जांच से जुड़ना असंभव है. चोकसी के वकील ने यह पत्र जारी किया.
सीबीआई के जरिए मिले जारी नोटिस पर अपने विस्तृत ई-मेल जवाब में चोकसी ने कहा कि अधिकारियों ने उसका पासपोर्ट निलंबित कर दिया और वह इलाज करा रहा है. सोलह फरवरी को उसे पासपोर्ट कार्यालय से ई-मेल मिला था जिसमें उसे बताया गया था कि भारत पर सुरक्षा खतरे के चलते उसका यात्रा दस्तावेज निलंबित कर दिया गया है. हालांकि मुम्बई के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने उसे उसके पासपोर्ट के निलंबन का कारण नहीं बताया या यह कि वह कैसे सुरक्षा खतरा है.
उसने कहा, ‘मैं अपनी स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से यात्रा करने की स्थिति में नहीं हूं. मेरी फरवरी 2018 के पहले हफ्ते में हृदय चिकित्सा हुई थी और उस संबंध में अभी और कुछ प्रक्रियाएं होनी हैं. किडनी को खतरे की वजह से पूरी प्रक्रिया सभी शिराओं पर पूरी नहीं की जा सकती अत: मुझे अगले कम से कम चार से छह महीने तक यात्रा करने की इजाजत नहीं है.’’
इसी तर्ज पर नीरव मोदी ने जवाब दिया और कहा कि वह भी जांच से जुड़ने के लिए भारत नहीं आ सकता. अधिकारियों के मुताबिक अपने कड़े जवाब में सीबीआई ने उन्हें कहा है कि वे जिस किसी भी देश में हैं, वहीं वे भारतीय मिशन से संपर्क करें, ताकि भारत की उनकी यात्रा का तत्काल इंतजाम कराया जा सके.
सीबीआई ने इससे पहले दोनों को मुम्बई में पंजाब नेशनल बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा से धोखाधड़ी से एलओयू और ऋणपत्र एलओसी जारी करवाने से जुड़े दो अरब डॉलर के घोटाले की जांच से जुड़ने को कहा था.
आरोप है कि चोकसी और नीरव की मामा-भांजे की जोड़ी की कंपनियों को स्विफ्ट संदेशों के माध्यम से पीएनबी की ब्रैडी रोड शाखा से दो अरब डॉलर के एलओयू और एलओसी जारी किये गये थे. निगरानी से बचने के लिए इन स्विफ्ट संदेशों को पीएनबी के बैंकिंग सॉफ्टवेयर में प्रविष्ट नहीं किया गया.