CCI ON Zomato-Swiggy: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Comeptition Commission Of India) ने ऑनलाइन फूड डिलिवरी चेन जोमैटो और स्विगी के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. आयोग ने देरी से भुगतान करने, अनफेयर प्राइसिंग, प्लेटफॉर्म की तटस्थता और अन्य पहलुओं के संबंध में लगे आरोपों पर ऑनलाइन फूड डिलिवरी ऐप- जोमैटो और स्विगी की कार्यशैली को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. 


दरअसल नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने बीते साल जुलाई महीने में इन फूड डिलिवरी एप के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के पास शिकायत की थी. आयोग ने कहा कि "प्रथम दृष्टया हितों के टकराव की स्थिति मौजूद नजर आती है, आरपी और निजी ब्रांडों और संस्थाओं के बीच समग्र प्रतिस्पर्धा पर इसके प्रभाव की विस्तृत जांच की आवश्यकता है, जिनके पक्ष में प्लेटफॉर्म को प्रोत्साहन दिया जा सकता है.


सीसीआई ने कहा कि, Zomato और Swiggy दोनों ही फूड डिलीवरी स्पेस में प्रमुख मध्यस्थ प्लेटफॉर्म के रूप में काम करते हैं, जो उनकी बाजार शक्ति और स्तर के खेल के मैदान को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने की क्षमता को रेखांकित करते हैं. इसने यह भी नोट किया गया  कि रेस्टोरेंट पार्टनर्स (RPs) जिसमें इन प्लेटफार्मों में इक्विटी या राजस्व हित है उनके दिया गया तरजीह , मौजूदा RP के लिए उचित शर्तों पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए बाधाएं पैदा कर सकता है. 


सीसीआई के मुताबिक, इस तरह का तरजीह विभिन्न पहलुओं पर मंच के नियंत्रण को देखते हुए विभिन्न तरीकों से हो सकता है, जो उन पर प्रतिस्पर्धा को प्रभावित करते हैं, जिसमें डिलीवरी पर नियंत्रण, खोज रैंकिंग आदि शामिल हैं, जिनक पता  केवल एक जांच में उचित रूप से की जा सकती है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने महानिदेशक से इस मामले में 60 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है. 


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