Cement Prices Hike : घर या दुकान, मकान, कमर्शियल प्रॉपर्टी आदि बनाने के लिए अब ज्यादा खर्च करना होगा क्योंकि सितंबर आते ही सीमेंट कंपनियों ने दाम बढ़ा दिए हैं. मानसून के मौसम में कंस्ट्रक्शन गतिविधियां कम रहने के चलते हर साल जुलाई-अगस्त में दाम घटते हैं और इस साल भी ऐसा ही देखा गया है. हालांकि अब सितंबर के महीने में निर्माण गतिविधियां फिर बढ़ रही हैं और इसको देखते हुए ज्यादा डिमांड का फायदा लेने के लिए सीमेंट कंपनियों ने दाम बढ़ा दिए हैं.
लाइवमिंट की खबर के मुताबिक दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के कमजोर पड़ने के बाद इसके खत्म होने का समय नजदीक आ गया है और सितंबर के महीने में सीमेंट कंपनियों को अच्छी मांग मिलने की उम्मीद है. हालांकि अगर सीमेंट कंपनियों के मुनाफे पर असर देखा जाता है तो ये देखना पड़ेगा कि ऊंची कीमतें कितने समय तक बनी रहती हैं.
कितने बढ़े हैं सितंबर में सीमेंट के दाम
सितंबर में कंपनियों ने सीमेंट के दामों में 10-35 रुपये प्रति बैग (50 किलो सीमेंट हर एक बैग) का इजाफा किया है. जेफरीज लिमिटेड के मुताबिक उन्होंने ये आंकड़ा कुछ सीमेंट डीलर्स से बात करके निकाला है. जुलाई में कीमतों में स्थिरता बनी हुई थी जो कि अगस्त में सीमेंट की कीमतों में 1-2 फीसदी की गिरावट के रूप में बदल गई थी. सितंबर में सीमेंट के रेट में तेजी वापस लौटती दिखाई दे रही है.
एक साल पहले के मुकाबले फिलहाल कम हैं रेट
अप्रैल-जून तिमाही में सीमेंट की डिमांड में मजबूत ग्रोथ देखी गई थी, हालांकि कंपनियों ने दाम बढ़ाने के बावजूद वॉल्यूम को आगे बढ़ाने और मार्केट शेयर का प्रतिशत बढ़ाने पर फोकस किया है. इसके असर से सीमेंट कंपनियों के मुनाफे में थोड़ा सुधार देखा गया था. जून तिमाही में सीमेंट के दाम 355 रुपये प्रति बैग पर थे जो कि जनवरी-मार्च तिमाही के 358 रुपये से मामूली कम थे. हालांकि एक साल पहले के मुकाबले में देखें तो अप्रैल-जून 2022 में सीमेंट के रेट 365 रुपये प्रति बैग पर थे.
जुलाई-सितंबर तिमाही में अच्छी तरह से बढ़ेंगे सीमेंट के दाम- जानें क्यों
लिहाजा सीमेंट के दाम जुलाई-सितंबर तिमाही में अच्छी तरह से बढ़ें ये जरूरी है जिससे सीमेंट कंपनियों की कमाई और ऑपरेटिंग प्रॉफिट में इजाफा देखा जा सके. अप्रैल-जून तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 42 सीमेंट कंपनियों का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 7.5 फीसदी गिरा था जबकि इसके कच्चे माल की लागत लगभग सपाट ही बनी हुई थी.
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