Central Bank Gold Purchase: कमरतोड़ महंगाई, वैश्विक राजनीतिक अनिश्चितता और डॉलर में जारी मजबूती के चलते उसपर निर्भरता घटाने के लिए दुनियाभर के देशों के सेंट्रल बैंकों ने मौजूदा वर्ष 2023 के पहले 9 महीने में रिकॉर्ड 800 टन सोने की खरीदारी की है जिसमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के डेटा के मुताबिक सेंट्रल बैंकों ने 2022 के मुकाबले 2023 के पहले 9 महीने में 14 फीसदी ज्यादा सोने की खरीदारी की है.
डॉलर पर निर्भरता घटाने की कवायद
अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल और मजबूत डॉलर के बावजूद खरीदारी पर जोर रहने के चलते सोने की भारी मांग है जिससे सोने की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला है. महंगाई में उछाल के साथ करेंसी के कमजोर पड़ने के चलते सोने की खरीदारी ने जोर पकड़ा है. अमेरिका ने डॉलर को रूस के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया. तो चीन समेत कई देश डॉलर पर निर्भरता को घटाने के लिए सोने की खरीदारी कर रहे हैं.
चीन सबसे बड़ा खरीदार
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के डेटा के मुताबिक 2023 के पहले 9 महीने में सोने की खरीदारी चीन ने की है जो लगातार डॉलर के ग्लोबल करेंसी के दर्जे को चुनौती देने में लगा है. चीन के सेंट्रल बैंक पीपल्स बैंक ऑफ चाईना ने इस वर्ष 181 टन सोने की खरीदारी की है. उसके कुल फॉरेक्स रिजर्व में गोल्ड रिजर्व की हिस्सेदारी 4 फीसदी बढ़कर हो गई है. पोलैंड दूसरे स्थान पर है और उसने 57 टन सोना खरीदा था. तुर्किए के सेंट्रल बैंक 39 टन सोने की खरीदारी के साथ तीसरे स्थान पर है.
आरबीआई ने भी की खरीदारी
2023 के पहले 9 महीनों में भारतीय रिजर्व बैंक ने भी सोने की खरीदारी की है. पिछले नौ महीने में आरबीआई ने 19 टन से ज्यादा सोना खरीदा है जिसमें तीसरी तिमाही जुलाई से सितंबर के दौरान 9.21 टन सोने की खरीदारी की है. आरबीआई के पास जो गोल्ड रिजर्व है उसका वैल्यू 45.42 बिलियन डॉलर के करीब है.
इजरायल- हमास युद्ध के बाद और खरीदारी संभव
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला बोला था. उसके बाद दोनों ही के बीच युद्ध की शुरूआत हो गई. इसके चलते पूरे खाड़ी क्षेत्र और पश्चिम एशिया में तनाव है. इस तनाव के बाद से सोने की कीमतों में 10 फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है. और संभावना जताई जा रही है कि सोने की खरीदारी के साथ ही कीमतें और बढ़ सकती है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट जॉन रीड के मुताबिक 2023 में सोने की खरीदारी पिछले साल के 1081 टन को पार कर सकता है.
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