Onion price: प्याज को महंगा होने से रोकने के लिए सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला, जानें किस शहर में क्या हैं रेट्स
Onion price today: देश में तेजी से बढ़ रही महंगाई को रोकने के लिए केंद्र सरकार (Central government) ने बड़ा फैसला लिया है. आइए चेक करें महानगरों में प्याज की लेटेस्ट कीमत क्या है-
Onion price in Delhi: देश में तेजी से बढ़ रही महंगाई को रोकने के लिए केंद्र सरकार (Central government) ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने इस साल प्याज की कीमतों (onion price today) में आने वाले तेजी पर रोक लगाने के लिए प्याज का बफर स्टॉक सुनियोजित करने का फैसला लिया है. इसके साथ ही इसको लक्षित तरीके से उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है.
जारी किया बफर स्टॉक
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बाजारों में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र में प्याज की लासलगांव और पिंपलगांव थोक मंडियों में भी बफर स्टॉक जारी किया जा रहा है.
21 रुपये किलो पेश की कीमत
मंत्रालय ने कहा कि राज्यों को भंडारण से अलग स्थानों पर 21 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज की पेशकश की गई है. मदर डेयरी के सफल बिक्री केन्द्रों को भी परिवहन लागत सहित 26 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से इस सब्जी की आपूर्ति की गई है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘बफर स्टॉक के तेजी से बाजार में आने से प्याज की कीमतों में स्थिरता देखी जा रही है.’’
चेक करें महानगरों में प्याज की कीमत
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ हफ्तों में खुदरा प्याज की कीमतें धीरे-धीरे बढ़ रही हैं. दिल्ली और चेन्नई में प्याज की कीमत 37 रुपये किलो थी, जबकि मुंबई में 39 रुपये किलो और कोलकाता में 43 रुपये किलो थी.
पिछले साल की तुलना में 22 फीसदी कम हैं रेट्स
मंत्रालय ने आगे कहा कि देर से पैदावार वाली खरीफ (गर्मी) प्याज की आवक स्थिर है और मार्च, 2022 से रबी (सर्दियों) फसल के आने तक स्थिर रहने की उम्मीद है. इस साल 17 फरवरी तक, प्याज की अखिल भारतीय औसत कीमत पिछले साल की तुलना में 22.36 फीसदी कम थी.
काफी हद तक स्थिर हैं कीमतें
मंत्रालय के मुताबिक, मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF) के माध्यम से प्रभावी बाजार हस्तक्षेप के कारण वर्ष 2021-22 के दौरान प्याज की कीमतें काफी हद तक स्थिर रहीं. इसी तरह, आलू का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य पिछले महीने की तुलना में 17 फरवरी को 6.96 फीसदी कम यानी 20.58 रुपये प्रति किलोग्राम था.
राज्य स्तर पर हो रहा काम
अब तक छह राज्यों, आंध्र प्रदेश, असम, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल ने अग्रिम रूप से लिया है और कुल 164.15 करोड़ रुपये केंद्रीय हिस्से के रूप में जारी किए गए हैं. इन राज्यों के पास आवश्यक खाद्य वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक हस्तक्षेप करने के लिए धन और जनादेश है. इसमें कहा गया है, ‘‘अन्य राज्यों से भी अनुरोध किया गया है कि वे आवश्यक खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए राज्य स्तर पर हस्तक्षेप के लिए पीएसएफ का गठन करें.’’
टमाटर की कीमतों में आई गिरावट
टमाटर के मामले में, पिछले एक महीने के दौरान कीमतों में गिरावट आई है, हालांकि यह पिछले साल के स्तर से थोड़ा ऊपर रहा है. एक फरवरी तक टमाटर की अखिल भारतीय औसत कीमत 26.69 रुपये प्रति किलोग्राम थी जो पिछले महीने की तुलना में कम है. जैसे-जैसे उत्तर भारत में आवक में तेजी आएगी, आने वाले सप्ताह में कीमतों में और गिरावट आएगी. दक्षिण भारत में आवक भी आने वाले सप्ताह में बढ़ेगा और फरवरी के अंत तक गति पकड़ लेगा.
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